style="text-align: justify;">नई दिल्ली : गर्मी के मौसम में आपको अक्सर बिजली कटौती की परेशानी झेलनी पड़ती है। भरी दोपहर में आप धूप में से आते हों, और कुछ दम लेकर पंखा चलाने लगते हों और बिजली गुल हो जाती हो तो सोचिए आपको कितना गुस्सा आता होगा, मगर अब आपकी इस परेशानी का हल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुटकियों में निकाल दिया है। जी हां, अब देशवासियों को बिजली संकट का सामना नहीं करना पड़़ेगा।
मिली जानकारी के अनुसार सरकार को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। दरअसल कोल इंडिया के प्रोडक्शन में बढ़ोतरी होने से देश को बिजली संकट का सामना नहीं करना होगा। तापीय विद्युत स्टेशन पहले की तरह की काम करते रहेंगे।
जिस तरह का उत्पादन फिलहाल हो रहा है उससे बीते 6 वर्षों के लाॅस को कम करने का मौका मिलेगा। मिली जानकारी के अनुसार पाॅवर स्टेशनों के पास 28 मिलियन टन कोयले का भंडार है। जो बीते वर्ष से 38 प्रतिशत ज्यादा है। दरअसल कोयला खरीदने में भारत का विश्व में तीसरा स्थान है। हालांकि इस वर्ष देश अपने आयात में कुछ कमी करने का मन बना रहा है।
दरअसल देश में मौजूद कोल ब्लाॅक से भी काफी कोयला उत्पादित होने की उम्मीद है। यही नहीं कोयला बिक्री, अच्छे प्रोडक्शन और कोल ब्लाॅक को लेकर दी गई स्वीकृतियों के चलते देश को बिजली आपूर्ति की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा सरकार द्वारा एलईडी बल्बों के प्रयोग, अक्षय उर्जा के प्रयोग आदि को बढ़ावा देकर विद्युत खपत को कम करने का प्रयास किया जा रहा है।
दूसरी ओर पन बिजली और परमाणु संयंत्र से उत्पादित बिजली से भी देश को काफी सहायता मिलने की उम्मीद है यही नहीं अक्षय उर्जा का उपयोग भी विद्युत उत्पादन में करने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। जिससे विद्युत खपत और विद्युत उत्पादन को बांटा जा सकता है।