शक्ति का जागृत प्राकट्य है मां तुलजा भवानी
शक्ति का जागृत प्राकट्य है मां तुलजा भवानी
Share:

तुलजापुर: महाराष्ट्र पर्वतों से घिरा, नदियों और हरियाली से संपन्न प्रदेश है। इस प्रदेश में कई लोकप्रिय तीर्थ क्षेत्र हैं। इन तीर्थ क्षेत्रों में तुलजापुर एक लोकप्रिय क्षेत्र है। यहां पर मां भवानी जगदम्बा साक्षात् विराजमान हैं। दरअसल ये मां तुलजा भवानी छत्रपति महाराज शिवाजी की कुलदेवी भी थीं। देवी अत्यंत जागृत हैं। यह महाराष्ट्र राज्य के प्रमुख के शक्तिपीठों में से एक है।  यह देवी स्थल 51 शक्तिपीठों मे से एक माना जाता है। यह मंदिर अतिप्राचीन दंडकारण्य वनक्षेत्र में है। यमुनांचल पर्वत पर स्थित यह मंदिर अत्यंत जागृत है। माना जाता है कि यहां माता की मूर्ति प्रतिष्ठापित है वह मूर्ति स्वयंभू है।

इस मंदिर की खास बात यह है कि माता इस मंदिर में स्थायीरूप से प्रतिष्ठापित नहीं हैं बल्कि वे चलती हैं। यहां पर श्री महादेव, खंडरदेव और श्री यंत्र भी प्रतिष्ठापित हैं। दरअसल शक्ति के साथ साक्षात् शिव का भी यहां पर वास है। मंदिर को लेकर कहा जाता है कि माता का यह मंदिर अत्यंत प्राचीन है और यह हेमपंथी शैली में निर्मित है। यहां पर कल्लोल तीर्थ है जिसमें 108 तीर्थों का पवित्र जल समाया हुआ है। मंदिर में माता के विश्राम के लिए चांदी का पलंग भी है। इसके दूसरी ओर एक शिवलिंग है।

यहां पर चांदी के छल्ले भी हैं जिसे लेकर कहा जाता है कि यदि इन छल्लों को 7 दिन छुआ जाए तो उसे छूने से दर्द समाप्त हो जाता है। यहां पर एक चमत्कारिक पत्थर है जिससे प्रश्नों का उत्तर मिलता है। यदि पत्थर दाहिने हाथ पर मुड़ जाता है तो उत्तर हां में होता है। मां ने अपने एक हाथ में दैत्य के बाल पकड़े हैं तो दूसरे में त्रिशूल धारण किए हुए हैं और वे दैत्य पर वार कर रही हैं। यहां पर माता की महिषासुर मर्दिनी के तौर पर प्रतिष्ठापित हैं। मंदिर का उल्लेख दुर्गा सप्तशती में भी मिलता है। 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -