इंदौर : पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने शहर की विद्युत क्षमता मे वृद्धि का काम शुरू कर दिया है। इसमें शहरी क्षेत्र में 25 किमी की नई लाइन डालने से लेकर चार हजार नए खंभे स्थापित करने जैसे तमाम बड़े कार्य शामिल हैं परन्तु इन कार्यो के कारण शहर वासियो को कुछ दिन परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है इस पुरे कार्य को पूरा होने में तीन महीने का समय लगेगा इसी कारण दिसम्बर से फरवरी तक तीन से चार घंटे बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है.
चुनाव के कारण धीमी हुई कार्य की रफ्तार
कम्पनी ने इस कार्य को पूरा के लिये तीन महीने का समय तय किया हैं। इंटीग्रेटेड पॉवर डेवलपमेंट स्कीम के तहत जारी वित्त वर्ष में शहरी क्षेत्र में 80 करोड़ रुपए के काम होना थे। यह सभी कार्य मार्च के बाद शुरू भी हुए लेकिन चुनावी मौसम और सरकार की घोषणाओं ने इन कार्यो की रफ्तार धीमी कर दी। वही चुनाव से पहले विभाग का पूरा अमला मुख्यमंत्री समाधान योजना और सरल बिल योजना में लग गया था। इसके बाद आचार संहिता और निर्वाचन की व्यस्तताओं और पाबंदियों ने नए कामों पर ब्रेक ही लगा दिया।
लोकसभा चुनाव से पहले पूरे करने होंगे कार्य
मार्च या उसके बाद लोकसभा चुनाव भी होने है यानी बिजली कंपनी के पास इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिये मार्च तक का ही समय है ,वही यदि बात की जाये तो मार्च के समय होने वाली स्कूल-कॉलेज की परीक्षाएं भी बिजली कंपनी को बिजली गुल नहीं करने देगी, यही कारण है कंपनी ने सभी डिवीजनों को फरवरी तक लक्ष्य पूरा करने का आदेश जारी कर दिया है।
इन क्षेत्रो में मिलेगा प्रोजेक्ट का फायदा
बिजली कंपनी के इस प्रोजेक्ट का सर्वाधिन फायदा शहरी सीमा में शामिल हुए 29 गांवों और उनमें नई बसी कॉलोनियों को होगा। इस योजना के अंतर्गत देवास रोड, धार रोड, उज्जैन रोड, नेमावर रोड, पालदा क्षेत्र, महू रोड, देपालपुर रोड पर काम होगा। साथ ही सांवेर रोड, पालदा, खंडवा रोड, राजेंद्र नगर, धार रोड, बांगड़दा, मांगलिया आदि इलाकों की विद्युत आपूर्ति क्षमता में भी बढ़ोतरी होगी।
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