हादसे को भगवान की मर्जी बताने वाले गिरफ्तार
हादसे को भगवान की मर्जी बताने वाले गिरफ्तार
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कोलकाता: पश्चिम बंगाल के कोलकाता में निर्माणाधीन फ्लाईओवर का हिस्सा ढहजाने के बाद जहां राज्य सरकार पर सवाल उठ रहे हैं वहीं निर्माणी कंपनी के कर्मचारियों को इस मामले में जवाब देना भारी पड़ गया है, दरअसल इस कंपनी के कर्मचारियों ने पत्रकारों को अपनी ओर से जानकारी दी थी, जिसमें उन्होंने फ्लाईओवर गिरने के कारण को भगवान की मर्जी कहा था, कंपनी के कर्मचारियों ने कहा कि वे 27 वर्ष से इस कार्य में लगे हैं लेकिन आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ, इसके बाद पुलिस ने कंपनी के कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए 5 कर्मचारियों को पकड़ लिया है। उल्लेखनीय है कि फ्लाईओवर का हिस्सा ढह जाने के चलते करीब 24 लोगों की मौत हो गई जबकि हादसे में डेढ़ सौ से अधिक लोग घायल हो गए।

राहत कार्य हेतु केंद्र सरकार की ओर से एनडीआरएफ के दो दलों को भेज दिया गया वहीं सेना की इंजीनियरिंग कोर भी राहत कार्य और फ्लाईओवर के विश्लेषण में जुट गई, बताया जा रहा है कि यहां आईवीआरसीएल कंपनी फ्लाई ओवर बना रही थी। एनडीआरएफ के डीआईजी एसएस गुलेरिया द्वारा कहा गया कि इस मामले में आॅपरेशन रातभर चला, हालांकि रात्रि में राहत कार्य करने में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा, मगर जो भी लोग घायल थे उन्हें राहत दी गई है, इस मामले में राजनीति भी जमकर हो रही है।

राजनीतिक दल आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए इसे मसला बना रहे हैं, भाजपा ने राज्य सरकार की जमकर आलोचना की है, और कहा है कि इस हादसे ने पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार की पोल खोलकर रख दी है, दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया है, उल्लेखनीय है कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हादसे को लेकर दुख जताया है वहीं उन्होंने कहा है कि यह पुल सीपीएम सरकार के समय बनाने का निर्देश दिया गया था, हालांकि मृतकों के परिजन के लिए 5 लाख रूपए मुआवजे और गंभीर घायलों के लिए 2 लाख रूपए के मुआवजे की घोषणा की गई है। 

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