नई दिल्ली : नरसिंह यादव के डोपिंग विवाद में एक नया मोड़ आ गया है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय पहलवान नरसिंह यादव के इस विवादित मामले में दखल दिया है। पीएम मोदी ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह से मुलाकात की और चल रहे विवाद के बारे में जानकारी मांगी। मतलब कि अब मोदी खुद इस मामले कि पड़ताल में जुट गए है ।
गौरतलब है कि नरसिंह यादव का मिथेनडायनोन एक एनाबॉलिक स्टेरॉयड का डोपिंग टेस्ट पॉजीटिव पाया गया था। ये टेस्ट 25 जून को हुआ था उसके बाद से ही इसको लेकर खेल जगत तक हैरान है। बता दे कि नरसिंह यादव के कमरे में रहने वाले संदीप यादव का जब डोप टेस्ट किया गया तो संदीप भी इस टेस्ट में फ़ैल हो गए।
इसपर डब्ल्यूएफआई ने कहा कि इससे शक पक्का हो गया है कि इसमें कोई साजिश हुई है। भारतीय कुश्ती महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर ने कहा , शिविर में नरसिंह के रूममेट को भी उसी पदार्थ के सेवन का दोषी पाया गया जिससे साफ पता चलता है कि यह साजिश है । दोनों पहलवान रूममेट होने के कारण एक ही सप्लीमेंट्स ले रहे थे। उन्होंने कहा , उसके नमूने में स्टेरायड की मात्रा काफी ज्यादा मिली है जिस पर यकीन करना मुश्किल है । लगता है कि जान बूझकर ऐसा किया गया है । कोई इतना ज्यादा डोज क्यों लेगा।
बता दे कि पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाले नरसिंह का रियो ओलंपिक के लिये चयन विवादित हालात में हुआ था क्योंकि ओलंपिक दोहरे पदक विजेता सुशील ने 74 किलो वर्ग में दावेदारी ठोकी थी । नरसिंह ने चूंकि विश्व चैम्पियनशिप के जरिये कोटा हासिल किया था डब्ल्यूएफआई और दिल्ली उच्च न्यायालय दोनों ने सुशील की मांग खारिज कर दी ।
नरसिंह को हालांकि इसके लिये लंबी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी थी। नरसिंह ने भी खुद को बेकसूर बताते हुए कहा था , यह मेरे खिलाफ साजिश है । मैने कभी कोई प्रतिबंधित पदार्थ नहीं लिया है।