नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए बजट में ऐसा पहली बार हुआ है जब गरीबों और किसानों पर कई प्रावधान केंद्रित रखे गए हैं। यही नहीं गांवों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने और किसानों की खरीद क्षमता को बढ़ाने को लेकर बजट को फोकस किया गया है। यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कही। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नई दिल्ली के पूसा कैंपस में आयोजित होने वाले तीन दिवसीय कृषि मेले का शुभारंभ किया गया। इस कृषि मेले में कृषि कार्य के उन्नत उपकरणों और वैज्ञानिक पद्धतियों को प्रदर्शित किया गया। मेले में आॅर्गेनिक खेती के बारे में भी जानकारी दी गई थी।
इस मेले में विशेषतौर पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पानी एक उन्नत तोहफा है जो कि भगवान ने इंसान को दिया है। उन्होंने देश की आजादी की 75वीं सालगिरह तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का अपना वादा दोहराया। इस हेतु सभी को आपस में मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि दूसरी हरित क्रांति सिर्फ पानी ही नहीं बल्कि विज्ञान, नई खोज और तकनीकों की मदद से भी होगी। किसानों को पानी के साथ तकनीकी सुविधाऐं, विज्ञान की जानकारियां और नई खोजों का लाभ मिले। किसानों को जागरूक करने का प्रयास भी किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसानों को आधुनिक कृषि प्रौद्योगिकी के बारे में कहा गया है। प्रधानमंत्री द्वारा यह कहा गया कि दूरदर्शन के किसान चैनल पर किसानों के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां दी जा रही हैं। केवल प्रधानमंत्री को ही इस चैनल में कवर कर नहीं दिखाया जाता है। यह किसानों के हित का चैनल है। उन्होंने किसानों को पानी सहेजने की अपील भी की। केंद्र सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई हेतु कुंआ, नहर, तालाब आदि बनाकर किसानों को लाभ पहुंचाने हेतु 20 हजार करोड़ रूपए देने की बात भी कही।