नई दिल्ली : हाल ही में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार पाकिस्तान के साथ बातचीत के मसले को लेकर अपनी बात सामने रखी है. इस मामले में आपको बता दे कि मोदी ने कहा है कि यह एक नई शुरुआत है और इस नई शुरुआत से दोनों ही देशों के बीच इतिहास बदलने वाला है. लेकिन साथ ही प्रधानमंत्री ने आतंकवाद को लेकर खरा उतरने की बात भी कही है. आपको बता दे कि मोदी ने यह बात कोच्चि में आईएनएस विक्रमादित्य को लेकर सैन्य कमांडरों के सम्बोधन के दौरान कही.
मोदी ने साथ ही यह भी कहा कि पाकिस्तान के साथ इस बातचीत को लेकर एक नया इतिहास बनाना है क्योकि हम आतंकवाद को खत्म करना चाहते है और इसके साथ ही यह भी चाहते है कि दोनों देशो के बीच एक शांतिपूर्ण संबंध भी बनाया जा सके. उन्होंने आगे यह बात भी कही कि जहाँ वे एक तरफ पाकिस्तान के इरादों को परखने का काम कर रहे है वही उन्होंने ये भी सुनिश्चित किया है कि सुरक्षा तैयारियों में ढील ना बरती जाए.
परमाणु हथियारों के बारे में बात करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि यह एक चिंता का विषय है. इसके साथ ही मोदी ने चीन को ध्यान में रखते हुए यह कहा है कि चीन के साथ हमारे रिशत मजबूती की तरफ बढ़ रहे है लेकिन इसके साथ ही यह भी देखने में आ रहा है कि चीन की सेना में आधुनिक रूप से विस्तार हो रहा है और इसके साथ ही घुसपैठ भी बढ़ती ही जा रही है. जोकि एक परेशानी का सबब बन रहा है.