चंडीगढ़: हरियाणा राज्य विधानसभा की कार्यवाही में उस वक्त खलल पड़ गया, जब प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर बहस शुरू कर दी गई। बताया गया है कि योजना को लेकर न केवल विपक्षी दल के विधायकों ने हंगामा बरपाया वहीं सत्ता पक्ष ने विपक्षी दल कांग्रेस के विधायक करण दलाल के खिलाफ हनन प्रस्ताव लाने का भी मामला तूल पकड़ गया। जानकारी मिली है कि विपक्षी दल के विधायकों ने सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर सदन से ही वाकआउट कर दिया।
30 प्रतिशत किसानों को लाभ-
प्राप्त जानकारी के अनुसार फसल बीमा को लेकर कांग्रेस ने सरकार से जानकारी चाही थी। इस पर राज्य के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने यह बताया कि करीब तीस प्रतिशत किसानों ने ही बीमा योजना का लाभ लिया है, रहे अन्य किसान, तो इन्हें इसलिये फसल बीमा का लाभ नहीं दिया जा सका है, क्योंकि इनकी फसल प्राकृतिक आपदा के कारण खराब नहीं हुई है। इसके अलावा कृषि मंत्री ने किसानों को दी जाने वाली मुआवजा राशि संबंधी जानकारी भी दी।
यह कहा था कांग्रेसी विधायक ने-
बताया गया है कि कांग्रेस विधायक करण दलाल ने यह कहा था कि फसल बीमा का लाभ जानबुझकर किसानों को नहीं दिया जा रहा है, वहीं दलाल ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य की सरकार निजी बीमा कंपनियों के चंगूल में फंसकर अपना स्वार्थ सिद्ध कर रही है। बस फिर क्या था, न केवल सत्ता पक्ष के विधायक कांग्रेसी विधायकों पर बरस पड़े वहीं सीएम मनोहरलाल खट्टर को भी हस्तक्षेप करना पड़ा। हालांकि वे कांग्रेसी विधायकों के हंगामे पर नाराज भी नजर आये।