नई दिल्ली: अभी तक खरीफ सहित सभी फसलों के उत्पादन में कमी की एकमात्र वजह बेमौसम वर्षा है. वर्षा से फसलों को बेहद अधिक हानि हुई हैं मगर अब इसका प्रभाव प्रत्येक चीज़ के दामों पर पड़ रहा हैं इस वर्ष तिल के उत्पादन में भी 25 फीसदी की कमी आई. इसलिए मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर तिल की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहेगी. किसान उत्पादन बढ़ाने के लिए एक या ज्यादा विकल्पों को अपनाता हैं मगर देश में तिल की पैदावार कम हो रही है क्योंकि प्रति एकड़ उपज अन्य फसलों के मुकाबले कम हैं नतीजतन, प्रदेश में तिल की कीमतें बीते 4 माहों में 40 रुपये बढ़कर 50 रुपये हो गया हैं अनुमान है कि इस वर्ष केवल 3 लाख 25 हजार मीट्रिक टन का ही उत्पादन हो सकता हैं.
बेमौसम वर्षा ने तिल की गुणवत्ता को भी प्रभावित किया हैं. वर्षा से न सिर्फ उत्पादन कम हुआ है बल्कि तिल की गुणवत्ता भी कम हो गई हैं तो वही वर्षा की वजह से हल्के तथा निम्न गुणवत्ता वाले तिल के उत्पादन में बढ़ोतरी भी हुई हैं. ऐसे में मकर संक्रांति के पर्व में अच्छे गुणवत्ता वाले तिल की ज्यादा मांग रहती हैं. तिल का उत्पादन एमपी, यूपी, राजस्थान, गुजरात, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु तथा ओडिशा सहित महाराष्ट्र इन प्रदेशों में उगाया जाता हैं.
इस कारण सफेद तिल की डिमांड रहती हैं:-
मकर संक्रांति पर्व के चलते तिल की मांग तो रहती है मगर स्वास्थ्य की दृष्टि से भी इसकी खास अहमियत हैं सफेद तिल में हेल्दी आयरन, कॉपर, विटामिन बी6 पाया जाता हैं यह रक्त कोशिकाओं को सरलता से बनाने और कार्य करने की मंजूरी देता हैं काले तिल में एंटी-एजिंग गुण होते हैं तथा यह हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ बनाता हैं इसके अतिरिक्त, तिल फाइबर का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो कोलेस्ट्रॉल तथा ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में सहायता करता हैं एक्सपर्ट्स का कहना इसलिए काले तिल के साथ साथ सफेद तिल की भी मांग रहती हैं.
तिल के दामों में निरंतर होती रही हैं वृद्धि:-
महीना – एक किलो की दर
जुलाई – 95 – 125 रु
अगस्त – 100 – 130 रु
सितंबर – 110 – 140 रु
अक्टूबर – 125 – रु
नवंबर – 130 – 165 रु
दिसंबर – 130 – 170 रु
बड़ी खबर: अब 21 वर्ष से कम उम्र के लड़के के साथ विवाह करना होगा प्रतिबंधित, जानिए पूरा मामला
कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री की फोटोज हटाने की मांग करना पड़ गया भारी
भारत में Omicron के 200 मरीज, दिल्ली-महाराष्ट्र ने फिर बढ़ाई टेंशन.., क्या लगेगा लॉकडाउन ?