दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जब से पेटीएम के प्रधानमंत्री मोदी वाले विज्ञापन पर सवाल उठाते हुए ट्वीट करके पेटीएम पर आरोप लगाया है, तब से यह मुद्दा सुर्ख़ियों में है. गौरतलब है कि 8 नवंबर की रात मोदी सरकार द्वारा कालेधन पर लगाम लगाने के लिए बड़ा कदम उठाते हुए 500-1000 के नोटों को बन्द कर दिया था. मोदी सरकार का यह अबतक का सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है.
बता दें कि मोदी सरकार के इस कदम के बाद अगले दिन पेटीएम ने इसके समर्थन में अखबारों में विज्ञापन दिया था. जिसके विरोध में केजरीवाल ने ट्वीट किया था. दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने पेटीएम के प्रधानमंत्री मोदी वाले विज्ञापन पर सवाल उठाते हुए ट्वीट करके ये आरोप लगाया कि 500-1000 के नोट बन्द करने से सबसे ज्यादा फायदा पेटीएम को हुआ है. केजरीवाल के इस ट्वीट से बवाल खड़ा हो गया.केजरीवाल ने ट्वीट किया कि पीएम के ऐलान से सबसे बड़ा फायदा पेटीएम को हुआ है. अगले दिन पीएम की फोटो पेटीएम के ऐड में आती है. क्या कोई डील है मिस्टर पीएम?
इस पर पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर ने करारा जवाब देते हुए ट्वीट किया 'डियर सर, सबसे बड़ा फायदा देश को होगा. हम बस एक टेक स्टार्टअप हैं जो फाइनैंशल इन्क्लूजन में मदद करना और भारत को प्राउड कराना चाहते हैं'