केंद्रीय दूरसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बीत रविवार को यह कहा कि मार्च 2017 से भारतीय डाक का भुगतान बैंक अपना काम शुरू करने वाला है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस बैंक के द्वारा वित्तीय समावेश के कार्यक्रमों को लागू करने के एक व्यापक मंच की भूमिका निभाई जाने वाली है. उन्होंने जानकारी को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हम जल्दी ही इस प्रस्ताव को मंत्रिमंडल में लेकर जा रहे है, जिसके चलते मार्च 2017 तक इसे शुरू कर दिया जाना है.
इसके माध्यम से ही बैंक के लिए दूसरी कंपनियों के उत्पाद और सेवाएं बेचने को लेकर कई संभावनाएं उपलब्ध होने वाली है. उन्होंने यह भी कहा है कि इन उत्पादों में म्यूचुअल फंड और बीमा योजनाओं जैसे उत्पाद भी शामिल किए जा सकते है.
जबकि साथ ही उनके बयान से यह बात भी सामने आई है कि वर्ल्ड बैंक, अमेरिका का सिटी समूह और ब्रिटेन की बार्कलेज जैसी देश विदेशी की करीब 50 कंपनियां इस बैंक के साथ भागीदारी को आगे आ रहे है . रविशंकर का यह कहना है कि इस भुगतान बैंक में हम 800 करोड़ रुपए के निवेश को अंजाम देने वाले है. इसके से जहाँ 400 करोड़ का निवेश डाक विभाग करने वाला है तो वहीँ बाकी का पैसा शेयर पूंजी से जुटाया जाना है.