पटना : बिहार में गठबंधन सरकार भले ही मजबूती से चलाने का दावा किया जाता हो, लेकिन भीतर ही भीतर इसकी नींव खोखली भी होती दिख रही है। एक बार फिर से सरकारी विज्ञापन में सीएम नीतीश कुमार की तस्वीर न होने पर विपक्ष ने हंगामा किया है।
बिहार में सड़क परियोजना के लोकार्पण के लिए एक विज्ञापन निकाला गया है, जिसमें सीएम की तस्वीर नहीं है। इसी को मुद्दा बनाकर विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है। इस विज्ञापन में विभाग के मंत्री तेजस्वी यादव की तस्वीर है। यह विज्ञापन मुजफ्फरपुर में शुक्रवार को होने वाले सरैंया-मोतीपुर सड़क परियोजना के लोकर्पण का है।
हांला कि विज्ञापन में तस्वीर भले ही तेजस्वी की हो, लेकिन उसमें लिखा हुआ है कि माननीय मुख्यमंत्री बिहार द्वारा सरैया से मोतीपुर सड़क परियोजना का लोकार्पण। बीजेपी के वरिष्ठ नेता नंद किशोर यादव ने इस विज्ञापन पर तंज कसते हुए कहा है कि क्या सरकार ने नई विज्ञापन नीति अपना ली है।
उन्होने कहा कि जब हम सरकार में थे, तो सभी विज्ञापनों में सीएम की तस्वीर होती थी। यह विवाद है या कोई नई नीति है। सीएम को यह स्पष्ट करना चाहिए। इस पर राजद के नेताओं ने किसी भी विवाद से इंकार करते हुए कहा कि यह एक विभागीय कार्यक्रम है।
जिसमें सीएम शरीक नहीं होंगे। इसी कारण केवल तेजस्वी की ही तस्वीर दी गई। तेजस्वी पथ निर्माण मंत्री है, तो ऐसे में उनकी तस्वीर लगाना कोई गलत बात तो नहीं है।