नई दिल्ली : राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए आम सहमति के नाम पर विपक्षी दलों के उम्मीदवारों से मुलाक़ात कर रही बीजेपी की समिति द्वारा अपने उम्मीदवार का नाम नहीं बताए जाने से नाराज विपक्ष ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि वह अपना प्रत्याशी 20 जून तक घोषित करे, अन्यथा विपक्ष अपना उम्मीदवार उतारेगा. यह बात सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने कही. इस नए पेंच से सरकार के आम सहमति के प्रयासों को धक्का लगेगा.
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर आम राय बनाने के लिए बीजेपी की एक समिति ने शुक्रवार को कांग्रेस और वाम दलों के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी, लेकिन समिति द्वारा किसी उम्मीदवार का नाम नहीं लिए जाने पर विपक्ष ने इस पर ऐतराज जताया था. इसी क्रम में सीताराम येचुरी ने शनिवार को राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर स्पष्ट कर दिया कि अगर केंद्र सरकार ने 20 जून तक उम्मीदवार का नाम तय नहीं किया, तो वो विपक्षी पार्टियों के नेताओं से अपील करेंगे कि वे अलग से अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दें. एक तरह से सीपीएम महासचिव ने केंद्र सरकार को 20 तारीख तक का अल्टीमेटम दे दिया है. हालांकि इस पर दूसरी पार्टियों ने अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है.
बता दें कि शुक्रवार को सीताराम येचुरी ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्षी दलों के साथ बीजेपी की बैठकों को दिखावा बताया था . उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि मजबूत धर्मनिरपेक्ष साख वाला व्यक्ति ही अगला राष्ट्रपति होना चाहिए. उधर, कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि बीजेपी नेताओं ने कोई नाम प्रस्तावित नहीं किया और कांग्रेस नेताओं से अपने विकल्प के बारे में बताने को कहा. हमें लगा सरकार एक दो नामों के साथ चर्चा करेगी, ताकि कोई निर्णय ले सकें, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
यह भी देखें
आडवाणी- जोशी राष्ट्रपति पद की दौड़ से हुए बाहर
संघ प्रमुख भागवत ने राष्ट्रपति से की मुलाक़ात, अटकलों का बाज़ार गर्म