संसार में एक मात्र ऐसा महासागर है, जिसका नाम किसी देश के आधार पर रखा गया है। वो भारतवर्ष के दक्षिण में स्थित हिन्द महासागर है। विश्व के समुद्र तल को 24 भागों में विभक्त किया गया है। इसमें प्रशांत महासागर 12 भागों में बंटा हुआ पाया गया है। अटलांटिक महासागर सात भागों में और हिंद महासागर पांच भागों में बंटा हुआ पाया गया है। कुछ समुद्रों का नाम उनके पानी के रंगों के आधार पर रखा गया है। जैसे उत्तरी रूस के सागर को श्वेत सागर, चीन के पास के सागर को पीत सागर और लाल सागर कहा गया है।
प्रशांत महासागर का म्यूना ज्वालामुखी समुद्र तल से 1400 फुट ऊंचा है। महासागर के अंदर इसकी ऊंचाई कुल मिलाकर 3000 फुट है। जो एवरैस्ट की ऊंचाई से भी ज्यादा है। कुछ समुद्र तलों में मूंगे पाए जाते हैं। इन्हें एक कीड़ा बनाता है और इतनी बड़ी संख्या में बनता है कि उनकी चट्टानें बन जाती हैं। हिंद महासागर के नीचे एक पठार है जो भारत से अंटार्कटिका तक फैला हुआ है। विश्व की सबसे लम्बी पर्वत श्रेणी समुद्र के नीचे मध्य अटलांटिक पर्वत श्रेणी है। यह उत्तर में आईसलैंड से लेकर अमेरिका तक फैली हुई है। यह 10 हजार मील से अधिक लम्बी है।