वॉशिंगटन : तुर्की में सेना द्वारा किए गए तख्तापलट की कोशिश में तुर्की के राष्ट्रपति रिचेप तैयप्प एर्दोगेन बार-बार अमेरिका का नाम लेते रहे है। इस संबंध में अब अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस असफल तख्तापलट की कोशिश में अमेरिका का हाथ होने से इंकार किया है। साथ ही ओबामा ने इस बात पर जोर दिया कि उनके देश में रह रहे विद्रोह की साजिश रचने वाला इस्लामी धर्मगुरु का प्रत्यर्पण समान्य प्रक्रिया से होगा।
एक संवाददाता सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि तैयप्प को इश सप्ताह की शुरुआत में ही फोन करके बताया गया था कि अमेरिका के पास इस तख्तापलट की नाकाम कोशिश की कोई जानकारी नहीं है। ओबामा ने कहा कि तुर्की में हुए तख्तापलट के विफल प्रयास में किसी भी प्रकार से अमरीका के शामिल होने की रिपोर्ट पूरी तरह गलत है।
तैयप्प ने कहा था कि ये अमेरिका के मुस्लिम मौलवी फतेउल्लाह गुलेन के अनुयायियों की तरफ से सरकार के खिलाफ बगावत करने की महज एक कोशिश थी। हालांकि गुलेन से जुड़े संगठन ने इसमें हाथ होने की बात से इंकार किया है।