केवल योग ही नहीं बल्कि विवादों से भरा हुआ है बाबा रामदेव
केवल योग ही नहीं बल्कि विवादों से भरा हुआ है बाबा रामदेव
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बाबा रामदेव भारतीय योग गुरु और आयुर्वेद विशेषज्ञ हैं। वे भारत के योग और प्राकृतिक चिकित्सा क्षेत्र में एक प्रसिद्ध व्यक्ति हैं। बाबा रामदेव ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड की स्थापना की है, जो एक प्रमुख आयुर्वेदिक उत्पादन कंपनी है। उन्होंने योग, प्राणायाम और आसनों के माध्यम से लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित किया है। उनकी प्रमुख मिशन है जनसाधारण को स्वस्थ और धार्मिक जीवन जीने की शिक्षा देना।

बाबा रामदेव का जन्म 24 दिसंबर, 1965 को हुआ था। उन्होंने हरियाणा राज्य के महेंद्रगढ़ जिले में जन्म लिया। उन्होंने योग संस्थान पटना में अपने योग साधना की शुरुआत की और अपने ज्ञान को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न धार्मिक आश्रमों में गए। वहां से उन्होंने अपनी योग प्रक्रिया और आयुर्वेदिक ज्ञान प्राप्त किया।

बाबा रामदेव को योग और आयुर्वेद द्वारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने का बड़ा योगदान माना जाता है। उनके आयुर्वेदिक उत्पाद और उपायों की लोकप्रियता देशभर में है और लोग उनकी सलाह और विधि का अनुसरण करके अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं।

बाबा रामदेव की प्रभावशाली प्रवचन शैली, सध्य प्रश्नों के जवाब और सरल उपायों की प्रासंगिकता उन्हें एक लोकप्रिय आदर्श बनाती हैं। उनके योग संघ और उपयोगी प्राणायाम तकनीकें लोगों को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए मदद करती हैं।

बाबा रामदेव के कुछ विवादस्पद मामले भी हुए हैं। यहां कुछ प्रमुख विवादस्पद मुद्दे हैं:

निशाने पर आतंकवाद: एक विवाद उठा जब बाबा रामदेव ने कहा कि भारतीय सेना को आतंकवादी धर्म के नाम पर नजरअंदाज किया जा रहा है। इसके बाद वे समाज के अंदर समायोजन और विश्वास का प्रचार करते रहे हैं।

पटंजलि आयुर्वेद में विज्ञापन विवाद: पटंजलि आयुर्वेद द्वारा बाजार में लॉन्च की जाने वाली कुछ उत्पादों पर विज्ञापन विवाद उठा। कुछ उत्पादों की विज्ञापन में दावा किया गया कि वे कुछ ऐसे रोगों का इलाज कर सकते हैं जिनका कोई साइंटिफिक साक्ष्य नहीं है।

बाबा रामदेव का समर्थन नरेंद्र मोदी के लिए: बाबा रामदेव ने नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के लिए समर्थन व्यक्त किया था, जिससे उन्हें राजनीतिक विवाद का सामना करना पड़ा।

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