सियोल: किम जोंग उन जो की उत्तर कोरिया के तानाशाह के साथ-साथ कोरिया लोकतांत्रिक जनवादी गणराज्य के सर्वोच्च नेता हैं. वह अपने हैरतअंगेज फैसलों के कारण हमेशा से ही मीडिया व सोशल मीडिया की सुर्ख़ियो में बने रहते है. तथा एक बार फिर से उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन चर्चा में है. इस बार किम जोंग उन ने अपने एक निकटवर्ती सहयोगी को जल विद्युत केंद्र निर्माण परियोजना का ठीक ढंग से परिचालन न करने पर उन्हें दंडस्वरूप खेतों में काम करने के लिए भेज दिया है। इसी मामले में नेशनल इंटेलिजेंस सर्विस (एनआईएस) जो की दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी है.
उसने इस मसले पर अपनी से जारी एक जानकारी में दोहराया है की ऐसा लग रहा है कि कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव चो रयोंग-हाए किसी अज्ञात प्रांत में खेत पर फिर से शिक्षा ले रहे हैं। तथा यह परिस्थिति इसलिए निर्मित हुई है की उन्हें नवनिर्मित जल विद्युत केंद्र में हुए जल रिसाव के लिए प्रमुख रूप से जिम्मेदार पाया गया है। तथा दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी नेशनल इंटेलिजेंस सर्विस (एनआईएस) ने सांसदों को कहा की यह विद्युत केंद्र उत्तर कोरिया की चीन सीमा पर स्थित है।
साथ ही यह भी खबरे थी की किम और चो के बीच बहुत समय से आपसी मतभेद भी चल रहे थे. गौरतलब है की इससे पूर्व भी किम जोंग उन सुर्ख़ियो में आ चुके है जब उन्होंने नॉर्थ कोरिया के वाइस प्रीमियर चोई योंग-गोन को अपनी आलोचना करने के जुर्म में मौत की सजा दे दी थी.