नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने बंद पड़े चीनी मिलों के लिए एक बड़ी घोषणा की है। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) मंत्री नितिन गडकरी ने ऐलान किया कि सरकार बंद पड़े चीनी मिलों को दोबारा शुरू करेगी। इसमे एथनॉल का उत्पादन किया जाएगा। इसके लिए सरकार नई नीति बनाने जा रही है। इस नीति में जरूरतमंद मिलों को वित्तीय सहायता भी दी जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एथनॉल उत्पादन उद्योग मौजूदा 25 हजार करोड़ से बढ़कर एक लाख करोड़ रुपये पहुंच सकता है, जिससे क्रूड के सालाना आयात बिल में सात लाख करोड़ रुपये की कमी लाई जा सकती है। गडकरी ने कहा कि वित्तीय अभाव में अभी कई चीनी मिलें बंद हैं। हम इसके लिए कैबिनेट नोट तैयार करेंगे, ताकि इन मिलों की 5-6 एकड़ जमीन का इस्तेमाल एथनॉल उत्पादन में किया जा सके।
इसकी नीति सरकार जल्द ही तैयार कर लेगी। गडकरी ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र में हरित ऊर्जा के उपयोग के लिए बहुस्तरीय बैंक केएफडब्ल्यू के साथ करार किया गया है। मैं इस बैंक से चीनी मिलों को भी कम ब्याज पर कर्ज देने की सिफारिश करूंगा और इसके लिए पेट्रोलियम मंत्रालय के साथ भी एक तंत्र विकसित किया जाएगा। गन्ने से एथनॉल बनाने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्यों यूपी, बिहार, महाराष्ट्र, पंजाब और हरियाणा की अर्थव्यवस्था में उछाल आएगा। इसके साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया कि वैकल्पिक ईंधन के प्रसार का मतलब यह नहीं है कि सरकार पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहनों पर पर आने वाले दिनों में प्रतिबंध लगाएगी।
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