नई दिल्ली: ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट (एआईपीएमटी) 2015 की नई तारीख का ऐलान हो गया है। यह परीक्षा अब 25 जुलाई को देश के विभिन्न सेंटर्स पर आयोजित की जाएगी । यह परीक्षा दोबारा कराने के लिए सीबीएसई को कोर्ट द्वारा और वक्त मिलने के बाद अब बोर्ड ने यह नई तारीख घोषित की है। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने पेपर लीक मामले में परीक्षा रद्द करते हुए इसे दो माह के भीतर दोबारा आयोजित करने का फैसला सुनाया था। साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा था कि सीबीएसई दोबारा होने वाली परीक्षा के रिजल्ट 17 अगस्त तक घोषित करे।
गौरतलब है कि, पहले तीन मई को एआईपीएमटी-2015 आयोजित हुई थी जिसका रिजल्ट 5 जून को ही आ जाना था। किन्तु इस बीच हरियाणा में पुलिस द्वारा परीक्षा में व्यापक अनियमितताओं का भंडाफोड़ हो गया। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और कोर्ट ने 15 जून को अपने फैसले में परीक्षा ही रद्द कर दी, यह कहते हुए कि यदि एक छात्र को भी इस गड़बड़ी का फायदा पहुंचा तो पूरी परीक्षा प्रक्रिया ही दूषित हो जाएगी। फिर बोर्ड को निर्देश दिया कि वह चार हफ्ते में परीक्षा करवाये।
फैसले पर सीबीएसई और एमसीआई में हुआ था टकराव
सीबीएसई की ओर से अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कोर्ट में पैरवी की थी । उन्होंने कहा था कि छह लाख से ज्यादा परीक्षार्थी हैं। आम तौर पर परीक्षा कराने में सात महीने लगते हैं, इसलिए तीन महीने तो दीजिए। लेकिन काउंसलिंग कराने वाली एमसीआई ने विरोध किया | उसके वकील एडिशनल सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता का कहना था कि यदि कोर्ट द्वारा दी गयी डेडलाइन का पालन नहीं हुआ तो सीटें सिर्फ स्टेट कोटे से भरी जाएंगी । जिससे एक ही कोर्स की दो समानांतर बैच चलेंगी; इससे भविष्य में पोस्ट ग्रैजुएट एडमिशन प्रभावित होगा । अंततः नुकसान छात्रों का ही होगा।
कैसे हुआ फैसला ?
जब सीबीएसई और एमसीआई आपस में भिड़े तो कोर्ट ने ही बीच-बचाव किया । जजों की बेंच ने कहा “पहले तो सीबीएसई एक महीने में परीक्षा करा चुका हैं । अब जब हम टेक्नोलॉजी की दुनिया में जी रहे हैं, ऐसे में सबकुछ जल्दी संभव है । आप दोनों (सीबीएसई और एमसीआई) को एक ही नाव चलाना हैं । इसलिये दोनों मिलकर ही तय कर लो । हमारे सामने एक वास्तविक समस्या है और हम इस विवाद से बच नहीं सकते” ।