नई दिल्ली : आतंकवाद पर कार्रवाई न करने और आतंकियों को अपने देश में पनाह देने के ही साथ उन्हें मदद करने के आरोप झेल रहे पाकिस्तान को लगता है अब समझ आ रहा है कि वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर घिर गया है। जहां उसे विभिन्न देशों के विरोध को सहन करना पड़ रहा है वहीं अब प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सेना से साफ कहा है कि आतंकियों के विरूद्ध कार्रवाई की जाए या फिर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यह देश अलग हो जाए।
पाकिस्तान अब पठाकोट हमले और मुंबई में हुए 26/11 के आतंकी हमले को लेकर फिर से जांच करने को तैयार हो गया है। मिली जानकारी के अनुसार कुछ समाचारपत्रों में प्रकाशन किया गया है कि एक महत्वपूर्ण बैठक में पाकिस्तान की सेना को आतंकवाद के विरूद्ध कार्रवाई के लिए कहा गया है।
इसके बाद आईएसआई के डीजी जनरल रिजवान अख्तर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नासिर जंजुआ 4 प्रांतों में प्राॅविन्स एपेक्स कमेटियों और आईएसआई सेक्टर के कमांडर्स के लिए संदेश दिए हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को संदेश दिया गया है कि यदि आतंकियों पर कानूनी तौर पर कार्रवाई की गई तो सेना की इंटेलीजेंस एजेंसियां किसी तरह का दखल नहीं देंगी।