मैरीलैंड: वैसे तो हमेशा ही नासा एक से बढ़कर एक कार्य करता है. और खुद की तरक्की के लिए वह हमेशा ही कुछ न कुछ करते हुए नज़र आते है. वहीं नासा के ट्रांजिटिंग एक्सोप्लेनेट सर्वे सैटेलाइट ने 4 जुलाई को अपने प्रथम मिशन पूरा कर चुका है. इस बीच इसने 75 प्रतिशत तारों से भरे आसमान की फोटोज ले ली.
मिली जानकारी के अनुसार यह जिसके 2 वर्ष के सर्वे का एक भाग है. TESS ने 66 नए एक्सोप्लेनेट का भी पता लगाया जा चुकी है. जिसकी पुष्टि के लिए 2100 कैंडिडेट अंतरिक्ष यात्री कार्य कर रहे हैं. वर्ष 2018 के अप्रैल माह में ग्रहों की खोज के लिए NASA का सैटेलाइट TESS केप कैनरवल से स्पेस एक्स फाल्कन 9 रॉकेट से लांच कर दिया गया था.
जंहा इस बात का पता चला है कि इस सैटेलाइट को लांच करने के पीछे किसी ग्रह की खोज के मद्देनजर सबसे बड़े एवं सबसे नजदीकी तारों व पूरे ब्रह्मांड का सर्वेक्षण करना असली मकसद था. सौर मंडल के बाहर मौजूद ग्रहों को तलाशने के लिए इस सैटेलाइट को लांच कर दिया गया था . हालांकि यह सैटेलाइट रेफ्रिजरेटर से ज्यादा बड़ा नहीं है. इसके ऊपरी हिस्से में चार कैमरे हैं जो रेडिएशन से इसका बचाव कर रहे हैं.
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