इतिहास के नए पृष्ठों का समावेश
इतिहास के नए पृष्ठों का समावेश
Share:

भारत विश्व गुुरू के रूप में प्रतिष्ठित रहा है। यहां के पूर्व प्रधानमंत्रियों ने भी अपने अपने कार्यकाल के दौरान भारत को गौरवान्वित करने का प्रयास किया है क्योकि अधिकांश प्रधानमंत्रियों ने विदेष यात्राओं को कर देश के हितों में महत्वपूर्ण निर्णय लिए और उनका तत्कालीन समय पर भारत को लाभ भी मिला होगा इसमें कोई दोराय नहीं है। लेकिन यदि वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यदि बात की जाए तो उन्होंने अपने अभी तक के कार्यकाल के दौरान जितने भी देशो की यात्रा की है, उन्होंने भारत के इतिहास में नए प्रष्ठों का ही समावेश किया है, इस बात में कोई अतिश्योक्ति नहीं हो सकती। वस्तुतः नरेन्द्र मोदी ने भारत की साख को विशेष छवि देने का प्रयास किया है क्योकि उन्होंने कुछ निर्णय तो हिम्मत के साथ ही लिए हैं वहीं उन्होंने ऐसे देशो की भी यात्रा कर ली है, जहां कभी भारत के पूर्व प्रधानमंत्रियों का इतिहास नहीं रहा है। यह बात तो विपक्षियों के साथ ही मोदी के घोर विरोधियों को भी स्वीकार करना होगी कि उन्होंने छप्पन इंच का सीना होने का जो दावा किया था, उस दावे को पूरा करने का प्रयास किया है। हम किसी व्यक्ति विशेष की तारीफ के पुल नहीं बांधना चाहते हैं, जो यथार्थ है वहीं समक्ष में लाने का प्रयास कर रहे हैं क्योंकि नरेन्द्र मोदी ने उस निर्णय को अंजाम दिया है, जो विवादों के कारण पिछले कई वर्षों से उलझे पड़े थे।

हालांकि अब यह बात दीगर है कि अभी तक उनकी विदेश यात्राओं के दौरान जितने भी भारत के साथ समझौते हुए हैं, उनका लाभ किस तरह से भारत को मिलेगा, बावजूद इसके भारत के साथ हुए समझौतों से एक बात तो साफ हो जाती है कि अभी नहीं तो आगे ही सही यह सब भारत के विकास मार्ग के लिए मिल का पत्थर साबित होगा। हाल ही में हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी चीन की यात्रा पर थे और वहां भी उन्होंने अन्य देशो की यात्रा की तरह ही भारत और चीन के बीच विभिन्न समझौतों को अंजाम दिया है, यह नया इतिहास रचने जैसी ही तो बात होगी। समय-समय का खेल है, जिसका समय है वह बलवान है और समय भी जब बलवान होता है तो जिसकी जिम्मेदारी होती है वह अपनी जिम्मेदारी को निर्वहन करने का पूरा-पूरा प्रयास अवष्य ही करता है, बस नरेन्द्र मोदी जी ने भी यही कुछ करने का बीडा उठाया है संभवतः। वे देश हित में सोच तो रहे है, देश के लिए यात्राएं कर तो रहे है, विवादों की जडों को मिटाने के लिए जुटे हुए है, फिर भले ही चाहे कांटों का जाल ही क्यों न बिछाया जाए, बस बडे चलो और बडे चलो आगे.... ।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -