Mar 29 2016 11:02 AM
लखनऊ : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक डाॅ. मोहन भागवत ने अपने विचारों में आंशिक बदलाव कर लिया है। इस बदलाव के तहत उन्होंने कहा है कि भारत माता की जय किसी भी तरह के दबाव के बीच नहीं बोला जाना चाहिए। डाॅ. भागवत रज्जू भैया स्मृति भवन के शुभारंभ पर यहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि भारत माता की जय यदि लोगों से बुलवाना है तो कार्यकर्ताओं को लोगों के बीच ऐसे कार्य करने होंगे जिसे देखकर ही लोग अपने आप भारत माता की जय कहें।
किसी तरह के दबाव में भारत माता की जय कहने के लिए किसी को बाध्य नहीं किया जाए। उनका कहना था कि इस तरह की बात किसी पर थोपी नहीं जाना चाहिए। भागवत ने यह भी कहा कि आरएसएस के पूर्व प्रमुख रज्जू भैया ने अपने जीवन में अच्छे विचारों को महत्व दिया था। उनका कहना था कि राष्ट्रवाद के विचार के प्रसार हेतु कार्यालय के नए भवन का लोकार्पण भी हुआ।
रज्जू भैया ने इस दौरान आदर्श प्रस्तुत किया है। उनका कहना था कि उनके आदर्शों के अनुसार ही सभी को चलना होगा। उन्होंने कहा कि आरएसएस के विचारों को आगे बढ़ाने और उसके अनुरूप कार्य करने के लिए यह नया भवन बना है।
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