मंत्री रह चुके नेता कर रहे गांव में सेवा, बन गए ग्राम पंचायत प्रमुख
मंत्री रह चुके नेता कर रहे गांव में सेवा, बन गए ग्राम पंचायत प्रमुख
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पटना : सीवान के गोरेयाकोठी गांव में एक ऐसे नेता सामने आए हैं जो कि ग्राम पंचायत के प्रमुख हैं। आप सोच रहे होंगे कि आखिर इसमें विशेष क्या है लेकिन विशेष यह है कि वे दो बार विधायक रह चुके हैं जबकि 5 वर्ष तक मंत्री भी रहे लेकिन अब वे एक छोटी सी ग्राम पंचायत के प्रमुख हैं। इन्हें अजित कुमार सिंह उर्फ मोहन बाबू के नाम से जाना जाता है। मोहन बाबू हाल ही में बिहार के पंचायत चुनाव में गांव के मुखिया चुने गए। दरअसल उनके मुकाबले में 12 कैंडिडेट्स मैदान में थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने आजीवन गांव में राजनीति की वे जीवनभर करते रहेंगे।

इस मामले में मोहन बाबू को राजनीति विरासत में मिली। उनके पिता विन्ध्याचल प्रसाद सिंह गोरेयाकोठी पंचायत के प्रमुख रहे। 1971 में उनकी मृत्यु के बाद मोहन बाबू को प्रमुख के तौर पर चयनित कर लिया गया। वर्ष 1974 में उन्हें जिला परिषद सीवान के उप चैयरमैन के पद पर चयनित किया गया।

1980 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार निर्वाचन जीता। दरअसल पूर्व एजुकेशन मिनिस्टर कृष्णकांत सिंह को 40 हजार वोटों से हरा दिया। वर्ष 1985 में आगामी चुनाव में कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया ऐसे में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा और वे हार गए।

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