नई दिल्ली : संसदीय समिति के सदस्यों द्वारा सांसदों के वेतन और भत्ते को दोगुना करने का प्रस्ताव जल्द लागू किए जाने की बात कही गई है। इस मामले में सदस्यों ने समीक्षा कर स्वतंत्र समिति की रिपोर्ट को सभी के सामने रखने की वकालत की है। इस संबंध में सरकार को रिपोर्ट प्रस्तुत करने से पूर्व समिति को विचार करने के लिए कहा गया है। हालांकि इस संबंध में सभी का यही मत रहा कि निर्धारित प्रक्रिया को अपनाया जाना चाहिए और इस मामले से जुड़ी संसदीय समिति से होकर प्रस्ताव को गुजरना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि सांसदों के वेतन और भत्ते बढ़ाए जाने की बात सदन में कही गई थी। इसके पूर्व दिल्ली विधानसभा में भी दिल्ली के विधायकों का वेतन बढ़ाए जाने का प्रस्ताव पारित हो गया था। जहां तक संसद की बात सामने आ रही है वहां वेतन और भत्तों को दोगुना करने का प्रस्ताव सामने रखा गया था।
जिस पर बहस की गई और निर्धारित समिति के माध्यम से प्रस्ताव पारित करने की बात कही गई। वेतन और भत्तों को लेकर सांसदों की संयुक्त समिति ने अपना निर्णय दिया था कि सरकार को इस मामले में कोई भी रिपोर्ट सौंपे जाने से पहले यह रिपोर्ट संसदीय समिति के पास भेजी जाए। इस मामले में यह बात भी सामने आई है कि वेतन और भत्ते बढ़ाने के लिए कैबिनेट नोट लिखे गए हैं।
यही हीं वेतन और भत्ते को कैबिनेट सचिव के वेतन के समान करने की सिफारिशें भी सांसदों द्वारा की गई हैं। वेतन और भत्ते बढ़ाने हेतु की जाने वाली समीक्षा के लिए जो समिति गठित की गई है। उसके अध्यक्ष सांसद योगी आदित्यनाथ और अन्य सदस्यों ने कहा है कि सांसदों के वेतन और भत्तों को बढ़ाने के लिए एक स्वतंत्र प्रणाली अपनाने की आवश्यकता है।