नई दिल्लीः पठानकोट हमले के ‘मास्टरमांइड‘ मसूद अजहर पर भारत ‘वैश्विक प्रतिबंध‘ लगाने की मांग को लेकर विश्व शांति संगठन संयुक्त राष्ट्र जाने की दुबारा से सोच रहा है। हांलिक इससे पहले भारत 2001 में जैश-ए-मोहम्मद को प्रतिबंधित कराने के मकसद से गया था। लेकिन भारत अजहर को प्रतिबंधिति नही करा सका। क्योंकि विश्व की पांच शक्ति में से चीन ने अपनी मंजूरी देने से इंकार कर दिया था।
विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक
हालांकि विदेश मंत्रालय के विकास स्वरूप ने इस बात की जानकारी दी, की भारत मसूद अजहर के मामले को यूएन ले जा सकता है। विकास स्वरूप ने बताया कि ‘हम 1267 प्रबिंध समिति‘ का रूख करेंगें ताकि प्रतिबंध सूची में मसूद अजहर का नाम भी शामिल हो सके।
साथ में स्वरूप ने बताया कि भारत ने 18 फरवरी को सयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति को 11 आतंकवादियों की सूची भी सौंप चुका है। सौपी गई सूची में अलकायदा, तालिबान और दूसरे संगठनों से पाकिस्तानी आतंकी शमिल है।