नई दिल्ली : भारत और पाकिस्तान के मध्य धरती का स्वर्ग कहे जाने कश्मीर को लेकर हमेशा से ही विवाद रहा है. कश्मीर को दोनों ही देश अपना अभिन्न अंग मानते है. पाकिस्तान के सेना प्रमुख राहील शरीफ ने बुधवार को कश्मीर के विषय पर कहा की "कश्मीर को पाकिस्तान से कभी जुदा नहीं किया सकता है, कश्मीर पाकिस्तान का अभिन्न हिस्सा है. शरीफ ने बताया कश्मीर भारत-पाक बंटवारे के समय छूट गया एक महत्वपूर्ण विषय है. शरीफ ने अपने बयान में यह भी कहा कि कुछ लोग पाकिस्तान की शान्ति भांग करना चाहते है और लगतार घूस के प्रयास कर रहे है.
पडोसी देश के इन बयानो का रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने करारा जवाब दिया. मित्र देश की बयानबाजी पर रक्षा मंत्री से जवाब माँगा गया कि आपके बयान पडोसी मुल्क हजम नहीं कर पा रहा है. आपके एक बयान से तो पाकिस्तान को खूब मिर्ची लगी है. इस पर पर्रिकर ने जवाब दिया की वे पाक की बयानबाजी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते है. उन्होंने बात को जारी रखते हुए कहा की मिर्ची तो आंध्र वाली बात पर ज्यादा लगी थी. इससे पूर्व भी शरीफ ने कश्मीर मुद्दे पर राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय में आयोजित सम्मलेन में यह कहा था की "हम शान्ति और मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध की इच्छा रखते है और क्षेत्र में स्थिरता चाहते है.
वहीं उन्होंने ये भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव के अनुसार और कश्मीरी जनता की इच्छा को ध्यान में रखे तो वे कश्मीर मुद्दे का हल चाहती है. डॉन ऑनलाइन की रिपोर्ट के अनुसार शरीफ ने कहा, हमारे दुश्मन उपमहाद्वीप में विवाद उत्तपन्न करने और हमारे राष्ट्र में अराजकता फैलाने के लिए आतंकवाद का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान इन इरादो को नाकामयाब करने में पूरी तरह से समर्थ है. शरीफ ने कहा कि हम ना तो किसी देश के खिलाफ अपनी शक्तियों को प्रयोग करेंगे और ना ही किसी और को इसकी इजाजत देंगे. वहीं पाक का विदेश मंत्रालय भी भारत के विरोध के स्वर में नजर आ रहा है.
विरोध की वजह गिलगित और बाल्टिस्तान चुनाव पर भारत द्वारा आपत्ति जताने पर किया जा रहा है. पाकिस्तान ने बताया कि हम अपने आंतरिक मामलो में हस्तक्षेप करने की इजाजत किसी को भी नहीं देंगे और ऐसा करने पर अच्छा जवाब भी देंगे. राहील शरीफ के इस बयान से ये समझ आ रहा है की वे भारत को पाकिस्तान में आतंकवाद फैलाने की वजह मानते है. उन्होंने सैन्य एवं असैन्य नेतृत्व के मामले में भी अपनी परेशानी जाहिर की. ऐसे बयानों का सामने आना पाक की कोई साजिश लग रहा है. पाकिस्तान भारत पर आरोप लगाने और बयानबाजी से किसी भी मामले में पीछे नहीं हट रहा है. शरीफ ने वरिष्ठ अधिकारियों ने चीन के साथ पाकिस्तान के 46 अरब डॉलर के आर्थिक गलियारा करार को खत्म करने की वजह भी भारत को ही बताया है.