यदि जन्म कुंडली में मंगल दोष बताया गया हो तो उसे न केवल शांति के विभिन्न उपाय बताये जाते है वहीं यदि मंगल दोष का निवारण करने के लिये भगवान मंगलनाथ या अंगारेश्वर की भात पूजा कराने का भी विधान संपन्न करने से शांति हो जाती है। मंगलनाथ और अंगारेश्वर का मंदिर मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित है। यहां मंगलवार के दिन आकर भात पूजा संपन्न कराई जा सकती है।
भात पूजा विधि विधान से होती है तथा विश्वास के साथ यह पूजा संपन्न कराई जाये तो निश्चित ही मंगल दोष का निवारण हो जाता है। ज्योतिषियों का कहना है कि जिन जातकों की कुंडली में मंगल कमजोर हो, उसे भात पूजा नहीं बल्कि लाल पूजन कराना चाहिये।
लाल पूजन का तात्पर्य गुलाल आदि से अभिषेक करना होता है। इस पूजन को भी विधि विधान के साथ ही संपन्न किया जाता है। लाल पूजन में गुलाल, गुलाब के फूल, कुंकुम इत्यादि का उपयोग तो होता ही है वहीं पंचामृत अभिषेक भी किया जाता है।