विजय माल्या एक ऐसा नाम जिसे आज देश का बच्चा-बच्चा जानता है, और जिसे भारत सरकार ने भगोड़ा घोषित कर दिया है, उसे उसके वकील क्लेयर मोंटोगोमेरी ने यूके के प्रिजन सर्विस एक्सपर्ट डॉ. एलन मिशेल को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया. वहां माल्या के वकील ने दलील पेश कि, की भारत की जेलों में सफाई हालत बेहद खस्ता है और भारत की जेलों में क्षमता से अधिक कैदियों को रखा जाता है.
गौरतलब है कि अगर माल्या को भारत लाया जाता है तो उसे मुंबई स्थित आर्थर रोड जेल के बैरक नंबर 12 में रखा जायेगा. इस पर माल्या के बचाव पक्ष के वकील ने इस बैरक को असंतोषजनक बताया. माल्या के वकील ने कहा कि भारत कि चेन्नई जेल और कोलकाता की अलीपुर जेल बेहद ही ख़राब स्थिति में है.
वहीँ भारत सरकार की तरफ से क्राउन प्रॉसीक्यूशन सर्विस (CPS) के वकील मार्क समर्स ने इस बात का खंडन करते हुए कहा कि मिशेल जो दलील पेश कर रहे हैं वह किसी अज्ञात कैदी का हवाला देते हुए कर रहे हैं जिसे भारत की अन्य जेल में रखा गया था. भारतीय वकील ने कहा कि भगोड़े माल्या का वकील मुआवजा पाने के लिए यह कहानी बता रहे हैं. वहीं आर्थर रोड जेल की बैरक नंबर 12 का जिक्र करते हुए समर्स ने कहा कि इसकी तुलना अन्य जेलों से नहीं की जा सकती क्योंकि इस बैरक और इस जेल में सभी सुविधाएं मौजूद हैं और इस बैरक में केवल 6 लोगों को ही रखा गया है.
इस पर बचाव पक्ष के वकील ने शराब कारोबारी माल्या की स्वास्थ रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि माल्या को मधुमेह, दिल की बीमारी के अलावा कई अन्य बीमारी है जिसके चलते उनका भारत में ठीक से ख्याल नहीं रखा जा सकता. इस पर जवाब देते हुए भारतीय वकील ने कहा कि मुंबई की आर्थर रोड जेल में 24 घंटे डॉक्टर अपनी-अपनी ड्यूटी पर मौजूद रहते हैं और हर कैदी के स्वास्थ पर अपनी पैनी नज़र रखते हैं. भारत ने धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में माल्या का ब्रिटेन से प्रत्यर्पण की मांग की है. भारत की तरफ से यह आश्वासन भी दिया गया है कि यहां माल्या पर निष्पक्ष तरीके से सुनवाई की जाएगी.
माल्या संपत्ति जब्त मामला- सुनवाई अप्रैल में