पणजी : भ्रष्टाचार की पकड़ कितनी मजबूत हो रही है वो रिश्वत घोटाले मे सामने आ रही है जिससे विवाद की संभावना बड़ती जा रही है। गोवा में लुई बर्जर रिश्वत घोटाला मामले में राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहे विशेष लोक अभियोजक ने मामले से हटने का फैसला किया है। पुलिस अधीक्षक (अपराध शाखा) को लिखे एक पत्र में विशेष लोक अभियोजक राजीव गोम्स ने उल्लेख किया कि मडगाव पुलिस में उनके खिलाफ दर्ज दोहरी नागरिकता से संबंधित शिकायत अपराध शाखा को स्थानांतरित की गई है.
जिसने उन्हें लुई बर्जर मामले में विशेष लोक अभियोजक नियुक्त किया था। उन्होंने 14 अप्रैल को लिखे अपने पत्र में कहा, ‘गुरुवार को मेरे संज्ञान में यह बात आई कि पुर्तगाली नागरिकता हासिल करने के झूठे आरोपों में मेरे खिलाफ मडगाव टाउन पुलिस थाने में दर्ज शिकायत नंबर 31..6 हाल में जांच के लिए अपराध शाखा को स्थानांतरित की गई है। गोम्स ने कहा, मैंने अपने खिलाफ दर्ज उक्त मामले में हमेशा निष्पक्ष, उचित तथा त्वरित जांच की मांग की है जिससे कि सच जल्द से जल्द सामने आ सके।
पिछले साल अपराध शाखा ने कामत, अलेमाओ और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। यह मामला अमेरिका आधारित फर्म लुई बर्जर के अधिकारियों द्वारा एक भारतीय मंत्री को रिश्वत के कथित भुगतान से जुड़ा है। कथित तौर पर यह रिश्वत गोवा में जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (जेआईसी) द्वारा वित्त पोषित जल संवर्धन एवं जलमल शोधन परियोजना की कंसल्टैंसी हासिल करने के लिए दी गई थी.