![आज के रिलेशन में, लव सेक्स और ब्रेकअप](https://media.newstracklive.com/uploads/editorial/Editordesk/Nov/21/big_thumb/love_565063e209aef.jpg)
अब वे दिन बीत गए जब प्रेमी ओर प्रेमिका प्रेम की गहराई में डूब जाया करते थे। अब तो सब कुछ इंस्टेंट होने लगा है। इंस्टेंट और रेडिमेड के इस चलन ने प्यार का खट्टा - मीठा ज़ायका भी बदल दिया है। युवा अब प्रेम का अर्थ कुछ अलग तरह से लेते हैं। रिलेशंस के बदलते मायनों में प्यार का असर ही कुछ अलग होता जा रहा है। दुनिया में आत्मियता समाप्त हो जाने के बाद अब प्रेम में भी आत्म तत्व गुम सा हो गया है। अब तो प्रेम भी मटीरियलस्टिक हो गया है।
अब लोग शरीर संतुष्टि के लिए आकर्षण को प्रेम का चोला पहना देते हैं और फिर लव के बाद सेक्स होता है सेक्स की संतुष्टि हो जाने के बाद प्रेमी से ब्रेकअप हो जाता है। ब्रेकअप हो जाने के बाद युवा किसी और से अफेयर चलाते हैं। युवा इस तरह से सेक्स के मकड़जाल में उलझ रहे हैं। हालांकि युवाओं पर चढ़ता नई सोच का नया जादू पूरी तरह से गलत नहीं कहा जा सकता है। कच्ची उम्र का जोश और उत्साह कुछ अलग ही होता है।
हां मगर मटिरियलस्टिक ज़माने में सभी से बचकर रहने की जरूरत है। जी हां, प्यार की पींगे भरते युवा लव, सेक्स और इसके बाद धोखे में उलझ जाते हैं। फिर इसके बाद हाथ आती है तो निराशा। हां इसके इतर कुछ लोग और भी हैं जो प्रेम के उत्साह में कुछ ज़्यादा ही आक्रोशित हो जाते हैं। आपने हिंदी सिनेमा की लोकप्रिय फिल्म गुप्त तो देखी होगी।
इस फिल्म की तरह कभी - कभी हकीकत में भी कहानियां बन जाती हैं। हताश प्रेम अवसाद में घिरकर क्रोध और हिंसा को जन्म देता है। हालांकि यह प्रेम नहीं होता। यह अपने मन की बात पूरी न होने पर निकली कुंठा होती है। जो कि हिंसा के तौर पर सामने आती है। अपनी प्रेमिका को जान से मार देना, उसे और किसी की न होने देना।
यही नहीं लड़कियों पर तेजाब फैंकने जैसी घटनाऐं इसी का परिणाम होती हैं। इस तरह की कुंठित मानसिकता में प्रेमी अक्सर इन घटनाओं को अंजाम दे बैठता है। अब प्रेम मेल - मुलाकातों से शुरू होता है। अपनी प्रेमिका को इंप्रेस करने के लिए तरह - तरह के जतन किए जाते हैं। युवक और युवती दोनों ही भौतिकवाद के जाल में फंसकर सेक्स रिलेशन में पड़ जाते हैं।
वर्तमान माहौल में जिस तरह से हर कहीं पोर्न और खुले व उन्मुक्त सेक्स का वातावरण परोसा जाता है उससे युवा भटक जाते हैं और सेक्स रिलेशन में पड़ जाते हैं। प्रेम में अनंतता का सागर पा लेने वाले प्रेमी और प्रेमिका को सेक्स रिलेशंस की अति के कारण बाद में पछतावा होता है। इसके बाद उन्हें जीवन में धोखे की निराशा से दो चार होना पड़ता है।
'लव गडकरी'