नई दिल्ली: खबर है की बीसीसीआई में और भी अधिक पारदर्शिता के लिए बनाई गई पूर्व चीफ जस्टिस आरएम लोढ़ा कमिटी की रिपोर्ट बनकर तैयार हो गई है तथा जिसे सोमवार को देश की सर्वौच्च न्यायप्रणालिका तंत्र सुप्रीम कोर्ट को सौंप दिया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व चीफ जस्टिस आरएम लोढ़ा कमिटी की सिफारिशें अगर लागू हो जाती हैं तो बीसीसीआई दिग्गज मुश्किल में पड़ सकते हैं। आपको बता दे इसके कुछ प्रमुख बिंदु :
(1). भारतीय क्रिकेट में सट्टेबाजी लीगल हो, तथा इसके अंतर्गत इसमें खिलाड़ी और अधिकारी सट्टेबाजी से दूर रहें।
(2) भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड BCCI को आरटीआई अधिनियम के तहत लाना जरूरी।
(3) भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड 'बीसीसीआई' पदाधिकारी 70 साल से ज्यादा उम्र का नहीं होना चाहिए।
(4) भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में पदाधिकारी मंत्री या सरकारी नौकर बिलकुल भी नहीं होना चाहिए।
(5) एक राज्य से एक एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व हो।
(6) लोढ़ा कमिटी ने अपनी इस रिपोर्ट में दोहराया है कि अध्यक्ष का कार्यकाल दो बार से ज्यादा न हो, सदस्यों के लिए तीन कार्यकाल की समयसीमा।
(7) एक व्यक्ति एक पद का नियम लागू हो। एक व्यक्ति एक समय में बोर्ड और राज्य संघ में पदाधिकारी नहीं होना चाहिए।
(8) चयन समिति में पूर्व क्रिकेटर शामिल हों, मुख्य चयनकर्ता ने सबसे अधिक टेस्ट खेले हों।
(9) खिलाड़ियों को भी बात कहने का मौका मिले, गवर्निंग काउंसिल में शामिल हों खिलाड़ी।
(10) भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड BCCI व IPL के लिए अलग-अलग बॉडी हो।
इसमें और भी ऐसे महत्वपूर्ण तथ्य है जिससे कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के बहुत सी दिग्गज शख्सियतें मुश्किल में आ जाएगी.