जानिए सबसे बड़े ब्रांड पतंजलि के CEO के बारे में कुछ ख़ास
जानिए सबसे बड़े ब्रांड पतंजलि के CEO के बारे में कुछ ख़ास
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विश्व विख्यात योग गुरु बाबा रामदेव के परम शिष्य आचार्य बालकृष्ण को जानते हैं? जिन्हें आपने पतंजलि के प्रोडक्ट्स की चिट्स में छोटी सी तस्वीर में या पतंजलि की एडवर्टाइस में देखा होगा. क्या आप जानते हैं आचार्य बालकृष्ण के बारे में? दरअसल पतंजलि को बनाने वाले या यूँ कहिये पतंजलि के कर्ता - धर्ता (CEO) आचार्य बालकृष्ण ही हैं.

Forbes और Times जैसी मैगज़ीन में जहाँ सबसे अमीर और प्रभावशाली लोगों में कई कंपनियों के लोग टॉप 20 और टॉप 30 में शामिल होते हैं, जैसे स्टील कंपनी, गाड़ियों की कंपनी, सीमेंट कंपनी के CEO या फिर बैंकिंग के क्षेत्र के बड़े-बड़े नामीग्रामी लोग. लेकिन अब इस लिस्ट में 26वें स्थान पर नाम है आचार्य बालकृष्ण का. हाँ वही आचार्य बालकृष्ण जिन्हें आपने जड़ी बूटिया तोड़ते हुए देखा होगा.

339 अमीर लोगों की लिस्ट में 26वें स्थान पर आना अपने आप में बहुत बड़ी कामयाबी है और ये सब मेहरबानी है योग गुरु बाबा रामदेव की. बाबा रामदेव के प्रोडक्ट कहे जाने वाले पतंजलि की असली CEO हैं आचार्य बालकृष्ण. अमीर लोगो की बनायीं गयी नयी सूची के हिसाब से आचार्य बालकृष्ण की संपत्ति लगभग 25 हज़ार 600 करोड़ रु. है.

हलाकि इस उपलब्धि के पहले आचार्य बालकृष्ण पर फ़र्ज़ी डिग्री और पासपोर्ट का प्रकरण दर्ज किया गया था जिसके चलते वो काफी चर्चा में रहे लेकिन बाद में CBI ने उन्हें हरी झंडी दिखा दी. आज पतंजलि FMCG कैटेगरी में सबसे सफलतम कंपनी बन गयी है जिसकी वैल्यू 450 मिलियन डॉलर है. क्या आप जानते हैं आचार्य बालकृष्ण से जुडी कुछ ख़ास बातें? नहीं, तो हम बताते हैं आपको उनसे जुड़े कुछ राज..

  • भारत के सबसे बड़े ब्रांड कहे जाने वाले पतंजलि को सबसे पहले 1990 में हरिद्वार में दिव्य फार्मेसी के नाम से शुरू किया गया था. इसे शुरू करने के लिए आचार्य ने लोन लिया था.
  • बालकृष्ण का जन्म 4 अगस्त को हुआ जिसे पतंजलि जड़ी बूटी दिवस के रूप में मनाया जाता है.
  • नेपाल के रहने वाले हैं बालकृष्ण और हरियाणा में वो बाबा रामदेव के संपर्क में आये.
  • इस ब्रांड MD और स्टेकहोल्डर आचार्य बालकृष्ण ही हैं.
  • आचार्य बालकृष्ण हैं तो CEO पर वह इसकी सैलरी नहीं लेते.
  • आचार्य बालकृष्ण के ऑफिस में एक भी कंप्यूटर नहीं है ना ही वो कभी इसका इस्तेमाल करते हैं.
  • 15 घंटे काम करने के बाद भी आचार्य कभी कभी सन्डे को भी काम करते हैं. आचार्य अपने काम को पिकनिक मानते हैं.
  • नेपाल के रहने वाले हैं बालकृष्ण और हरियाणा में वो बाबा रामदेव के संपर्क में आये.
  • आचार्य बालकृष्ण ने बनारस के सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से की है पढ़ाई और जाना है जड़ी बूटियों के बारे में.
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