नई दिल्ली : जनलोकपाल बिल दिल्ली विधानसभा में पारित हो जाने के बाद हर ओर से इस बिल को लेकर समर्थन और विरोध की बातें उठने लगी हैं। दरअसल आप से अलग हुए प्रशांत भूषण ने सवाल किए थे कि यह बिल उस तरह से निर्मित नहीं किया गया है जिसकी बात आम आदमी पार्टी ने अपनी स्थापना के दौरान कही थी। इस बिल में कई बातों को शामिल नहीं किया गया है। इस पर आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डाॅ. कुमार विश्वास ने कहा है कि स्वयं प्रशांत भूषण ने कहा कि 15 ड्रफ्ट इस बिल को लेकर तैयार किए जाते हैं तो उनमें संशोधन होता है।
प्रशांत भूषण पर हमला करने वाले डाॅ. विश्वास ने कहा कि रामलीला मैदान के बाद बिल में परिवर्तन और जांच किए जाने का सुझाव भी हमारे द्वारा मान लिया गया। केंद्र के विभाग में जांच वाली बात भी कही गई थी। डाॅ. कुमार विश्वास का कहना था कि प्रशांत भूषण द्वारा अपने ही साथी को बदजात कहना सही नहीं है।
उनका कहना था कि निश्चित तौर पर किसी तरह की बहस की जाना जरूरी है। डाॅ. विश्वास ने भूषण द्वारा दी गई खुली बहस की चुनौती को स्वीकार किया और कहा कि प्रशांत भूषण मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्ना हजारे से बहस कर लें। मगर बहस में किसी पर भी बेवजह दोषारोपण न किया जाए।
दरअसल आप द्वारा पारित किए गए बिल को लेकर विपक्ष और आम आदमी पार्टी के पुराने सहयोगी हमला कर रहे हैं। ऐसे में पार्टी समाजसेवी और अपनी स्थापना से जुड़े पितृपुरूष अन्ना हजारे की शरण में पहुंच गई है। दरअसल आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डाॅ. कुमार विश्वास और संजय सिंह अन्ना हजारे से मिलने रालेगण सिद्धि पहुंच गए। अन्ना हजारे से भेंट के दौरान डाॅ. कुमार विश्वास ने कहा कि अन्ना हजारे के सुझाव सरकार को दिए जा रहे हैं। उन्होंने जांच संबंधी जो सुझाव दिया है उसे मान लिया गया है। केंद्र के विभाग में जांच वाली बात भी की गई।