जानिए दूध मे मिलाने वाले पाउडर का सच
जानिए दूध मे मिलाने वाले पाउडर का सच
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बोर्नविटा, होर्लिक्स, बूस्ट के विज्ञापनों के चलते माताओं के मन में यह बैठ जाता है की बच्चों को ये सब डाल के दो कप दूध पिला दिया बस हो गया, परन्तु उसमें रत्ती भर भी पोषण नही होता .चाहे बच्चे दूध पसंद करे ना करे, उलटी करे, वे किसी तरह ये पिला के ही दम लेती है. फिर भी बच्चों में केलशियम की कमी, लम्बाई ना बढना, इत्यादि समस्याएँ देखने में आती है.

यदि आप दूध के साथ गुड-मूंगफली की एक पट्टी खाते या गुड और चना खाते हैं तो आपको उसमे इतना प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व मिलते हैं जितने 1 किलो बोर्नविटा के डब्बे में नहीं मिल सकते. इस कचरे को यह विदेशी कंपनिया प्रचार के माध्यम से 250-300 प्रति किलो बेच रही हैं, जिनमें पोषक तत्वों की मात्रा नाम मात्र भी नहीं है.

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की एक रिपोर्ट के अनुसार जब बोर्नविटा आदि का प्रयोगशाला में परिक्षण किया गया तो पोषक तत्वों की मात्रा गुड-मूंगफली की पट्टी से भी कम पायी गयी तथा इसकी निर्माण सामग्री का आधार मूंगफली की खल को बताया गया. खल वह बचा कुचा कचरा है जो मूंगफली का तेल निकलने के बाद बचता है जिसे गांवों में जानवरों को खिलाया जाता है.

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