'गुर्दे का कैंसर' जागरूकता ही बचाव हैं
'गुर्दे का कैंसर' जागरूकता ही बचाव हैं
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जागरूकता के आभाव में कई बीमारियां आमतौर पर जानलेवा साबित होती हैं. ऐसी ही एक बीमारी है 'गुर्दे का कैंसर'. अगर समय पर ध्यान दिया जाए तो गुर्दे के कैंसर से पूरी तरह मुक्ति पाई जा सकती है.

क्या है गुर्दे के कैंसर :- गुर्दे की कोशिकाओं की आसामान्य वृद्धि होना, जिससे वास्तव में गुर्दे के ऊतक में एक ट्यूमर बन जाता है. गुर्दे के कैंसर के विभिन्न प्रकार है, जिनमे से सबसे साधारण बच्चो में विल्म ट्यूमर और व्यस्को में गुर्दे के सेल के कार्सिनोमा ( इसे हाइपरनेफ़्रोमा भी कहा जाता है.) होता है.

क्या है लक्षण :- अक्सर मूत्र के साथ खून आना या मूत्र के रंग गाढ़ा लाल हो जाना गुर्दे के कैंसर के लक्षण है. यदि आपके पेट में दोनों तरफ लगातार टीस के साथ दर्द हो रहा है तो आपको बिना देर किए अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए. क्योंकि यह आपके शरीर में छिपा हुआ खतरनाक गुर्दे का कैंसर हो सकता है. हल्का बुखार आना, लगातार वजन कम होना, हमेशा थकान महसूस होना और मितली आना, बताता है की आपके गुर्दे के साथ सब कुछ ठीक नहीं है.

ठीक हो सकती है बीमारी :- देर से डॉक्टरी परामर्श लेने के कारण दुनियाभर में प्रत्येक वर्ष 7 करोड़ 36 लाख लोगों की पेट के कैंसर से मृत्यु हो जाती है. जबकि समय रहते डॉक्टर की सलाह से वे पूरी तरह ठीक हो सकते है. कई रोगी इन लक्षणों को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते और इलाज में ज्यादा देर हो तो विकल्प काफी सीमित और समस्या गंभीर हो जाती है.

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