ेताजी - चिल्ला -चिल्ला कर कह रहे थे -
हर आदमी को हर चीज मिलनी चाहिए |
जो चीज तुम्हें अच्छी लगे ,ले लो |
यदि तुम्हें भूख लगे तो खाने की दूकान लूट लो |
यदि ठण्ड लगे तो दुकान का सबसे अच्छा सिला कोट उठा लो....
भाषण देने के बाद वे मंच से नीचे उतरे और चिल्लाए -
अरे मेरी साइकिल कौन उठा ले गया ?.