MCD चुनाव से पहले शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट ने बढ़ाई केजरीवाल की मुश्किलें
MCD चुनाव से पहले शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट ने बढ़ाई केजरीवाल की मुश्किलें
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नई दिल्ली : एमसीडी चुनाव से ठीक पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल मुश्किलें बढाने वाला एक सबब और सामने आया है. बता दें कि केजरीवाल सरकार के फैसलों की जांच के लिए तत्कालीन उप राज्यपाल नजीब जंग ने जो शुंगलू कमेटी बनाई थी, उसकी रिपोर्ट सामने आ गई है. जिसमें कमेटी ने केजरीवाल पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है.यह रिपोर्ट कांग्रेस नेता अजय माकन को आरटीआई के जरिये मिली है, जिसे लेकर वो आज 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इस रिपोर्ट के प्रकाश में आने के बाद सीएम केजरीवाल को MCD चुनाव में दिक्कतें आ सकती है.

गौरतलब है कि दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल की तत्कालीन उपराज्यपाल नजीब जंग से जरा भी नहीं पटी. उनके पूरे कार्यकाल के दौरान वैचारिक मतभेद जारी रहे और उनके फैसलों का भी विरोध होता रहा.लेकिन पूर्व उप-राज्यपाल नजीब जंग जाते जाते ऐसा जख्म दे गए हैं कि उसका भरना आसान नहीं है. नजीब जंग ने सितंबर 2016 में केजरीवाल सरकार की तरफ से लिए फैसलों की जांच करने के लिए तीन सदस्यों की शुंगलू कमेटी बनाई थी.इसकी रिपोर्ट कांग्रेस के नेता अजय माकन को RTI के जरिये मिली है.जिस पर वह आज 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.

बताया जा रहा है कि शुंगलू कमेटी ने कई बिंदुओं पर केजरीवाल सरकार के फैसलों को आपत्तिजनक बताया है.कमेटी ने दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक के सलाहकार पद पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की बेटी की नियुक्ति को गलत बताया है. वहीं दिल्ली में आम आदमी पार्टी के दफ्तर के लिए आवंटित बंगले के फैसले को भी अनुचित बताया है.जबकि स्वाति मालीवाल को दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष को घर दिए जाने भी सवाल उठाए गए हैं.

रिपोर्ट केअनुसार AAP विधायक अखिलेश त्रिपाठी को अनुचित ढंग से टाइप 5 बंगला आवंटित कर दिया.निकुंज अग्रवाल को स्वास्थ्य मंत्री का ओएसडी बनाने पर भी सवाल उठाया गया है. बता दें कि अग्रवाल अरविंद केजरीवाल के रिश्तेदार हैं.इसके अलावा दिल्ली में सीसीटीवी लगाने, मोहल्ला क्लीनिक और भ्रष्टाचार की शिकायत के लिए फोन नंबर 1030 शुरू करने की प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े किये गए हैं.शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट में इस तरह के आरोपों से न केवल केजरीवाल की छवि प्रभावित होगी, बल्कि आम आदमी पार्टो को इसका खामियाजा दिल्ली नगर निगम के चुनावों में भुगतने से इंकार नहीं किया जा सकता.

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