श्रीनगर : श्रीनगर में विवाद के कारण जारी अशांति के मद्देनजर प्रशासन ने सोशल मीडिया पर ग्रुपों द्वारा फैलाई जाने वाली अफवाहों को नियंत्रित करने के लिए सोशल मीडिया पर नकेल कसने का फैसला किया है. अब इसके लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेने को अनिवार्य किया गया है. समझा जा रहा है कि इसी कारणों से गलत सन्देश भेजे जाते हैं. घाटी में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के दौरान डिविजनल कमिश्नर असगर हसन समून ने बताया कि अफवाहों को रोकने के लिए दूर संचार कम्पनियों से भी मदद मांगी है.
इसके साथ सरकार वाट्स एप ग्रुप का पंजीयन प्रक्रिया को अमल में लाना चाहती है. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि समून ने सोशल मीडिया ग्रुपों के संचालकों को समाचार पोस्ट करने के लिए स्रोतों के साथ उपायुक्तों से इजाजत लेने को कहा गया है.
इसका पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का जिक्र किया गया है. यहाँ यह बताना उचित है कि हंदवाड़ा मामले के बाद घाटी में तीन दिन तक इंटरनेट सेवा बाधित रही थी. अब निगरानी के लिए वाट्स एप ग्रुपों के रजिस्ट्रेशन का फैसला किया है, ताकि अफवाहों पर रोक लगाई जा सके.