सुविचार- प्रभु को याद रखना श्रेष्ठ पुरूषार्थ है
सुविचार- प्रभु को याद रखना श्रेष्ठ पुरूषार्थ है
Share:

1- प्रभु को याद रखना श्रेष्ठ पुरूषार्थ है।

2- प्रभु को हमें अपना जीवन अर्पण करना चाहिए ।

3- वह सुबह अच्छी होती है जब आप पहले प्रभु से बात करते हैं ।

4- भरोसेमंद बच्चे बने क्योंकि प्रभु सदा एक विश्वसनीय पिता हैं ।

5- प्रभु से सदैव भक्ति ही मांगो ।

6- प्रभु से प्रेम होने पर जीवन उत्साह से भर जाता है ।

7- प्रभु हमारे भीतर हैं तभी तक हमारी इन्द्रियां काम करती हैं । इसलिए जीवन में प्रभु को सबसे ऊँ‍चा स्थान देना चाहिए ।

8- हम शरीर का विचार करते हैं पर शरीर के भीतर बैठे प्रभु का विचार नहीं करते ।

9- सब कुछ करके थक जाने के बाद अन्त में प्रभु की शरण में आना ही पड़ता है ।

10- जब हम भक्ति करने लगते हैं तो तीव्रता से पापों के पहाड़ भी नष्ट हो जाते हैं ।  

जानिए स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़ी दिलचस्प बातें, जो युवाओं के लिए बनी प्रेरणा

आज भी यवाओं को प्रेरित करते है, स्वामी विवेकानंद के दिए गए भाषण

अपने जीवन में उतार लीजिए स्वामी विवेकानंद के यह विचार, मिलेगी सफलता

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -