इंदौर: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के सरकारी महाराजा तुकोजी राव (MTH) अस्पताल में गुरुवार (6 जुलाई) को दुधमुंहे बच्चों की मौत होने का प्रकाश में सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चों की मौत दूध पीने के बाद हुई है। जिला प्रशासन एवं अन्य अधिकारी अस्पताल पर पहुंच कर छानबीन में लग गए हैं। प्रारंभिक जांच में 2 बच्चों की मौत होने की खबर सामने आई है।
वहीं, नवजातों के परिजनों का आरोप है कि, नर्सों ने देर रात एक बच्चे को पाउडर मिलाकर इंजेक्शन से दूध मुंह में प्रेशर से डाल दिया था, जिससे वह दूध बच्चे के गले में जाकर अटक गया, जिससे उसकी मौत हो गई। परिवार वालों का आरोप है कि बार-बार बोलने के बाद भी रात भर से कोई भी नर्स उसे देखने नहीं गई और गाने सुनती रहीं।
नवजातों के परिजनों का कहना है कि, यदि कोई नर्स या डॉक्टर आकर वक्त रहते बच्चे को देख लेता तो उसकी जान बच सकती थी। उन्होंने यह भी कहा कि हर दिन यहां दूध की वजह से कितनी मौतें हो रही हैं, यह स्वास्थ्य मंत्री को खुद आकर देखना चाहिए। जानकारी के अनुसार, एक बच्चे की मौत फीडिंग के दौरान दूध अटकना और दूसरे की मौत की वजह निमोनिया बताया जा रहा है।