नई दिल्ली : जहाँ एक तरह यह बात सुनने को मिली है कि रेलवे मंत्रालय के द्वारा लोगो को कभी टिकिट को लेकर सौगात दी गई है वहीँ दूसरी तरफ यह बात भी सामने आई है कि रेल यात्रा में महंगाई भी बढ़ रही है. जी हाँ, मामले में यह बात सामने आ रही है कि दिसंबर 2011 से लेकर दिसंबर 2014 के दौरान रेल यात्रा 44 प्रतिशत तक महंगी हुई है. हाल ही में जारी हुए सरकारी आँकडों से यह बात सामने आई है कि इन तीन सालों के बीच रेल यात्रा मूल्य सूचकांक में 44.32 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली है, इसके साथ ही यह भी देखने को मिला है कि माल ढुलाई की महंगाई दर भी 51.77 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ दर्ज हुई है.
यानी कि यदि देखा जाये तो रेलवे सेवाएं मूल्य सूचकांक (RSPI) में 50.16 प्रतिशत की बढ़ोतरी दिसंबर 2014 तक देखने को मिली है. हाल ही में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय के द्वारा कई सर्विसेज को लेकर एक मूल्य सूचकांक की रिपोर्ट तैयार की गई है, जिसमे ना केवल रेलवे बल्कि साथ ही दूरसंचार, बैंकिंग, डाक तथा हवाई सेवाएं भी बताई जा रही है. इस रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि रेलवे सर्विसेज की कीमत डेढ़ गुना तक बढ़ गई है.
इसके साथ ही इस तरह से किराये के बढ़ने का असर रेलवे के बजट पर भी देखने को मिला है. इसके अलावा रेलवे से यह खबर सामने आई है कि सुरक्षा तंत्र को बेहतर बनाये जाने के लिए, आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए और इसके साथ ही तकनीकी उन्नयन के लिए अभी अधिक मात्रा में पैसे की जरुरत है. जबकि इसके साथ ही यह भी देखने में आ रहा है कि आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए ही फ़िलहाल 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का खर्च किया जाना है.