दिल्ली: दुनिया का सबसे बड़ा सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म फेसबुक विवादों में घिर गया है. अमेरिका में फेसबुक डेटा लीक की खबरों के बीच भारत के लिए भी चिंता की कई बातें सामने आ रही हैं. इस डेटा लीक केस में लिप्त मानी जा रही ब्रिटेन की कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका के क्लाइंट्स में भारत में बीजेपी, कांग्रेस और जेडीयू जैसे राजनीतिक दल भी हैं. चौंकाने वाली खबर तो यह भी आ रही है कि एनालिटिका विरोधियों की छवि खराब करने के लिए हनीट्रैप और घूसखोरी तक का सहारा लेती है.
गौतरलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की मदद करने वाली एक फर्म ‘कैम्ब्रिज एनालिटिका’ पर लगभग 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स के निजी जानकारी चुराने के आरोप लगे हैं. इस जानकारी को कथित तौर पर चुनाव के दौरान ट्रंप को जिताने में सहयोग और विरोधी की छवि खराब करने के लिए इस्तेमाल किया गया है.
ब्रिटेन के एक अखबार द्वारा किए गए एक स्टिंग ऑपरेशन से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में कैम्ब्रिज एनालिटिका के गंदे खेल का खुलासा हुआ है. कंपनी ने 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स के डेटा को अवैध तरीके से हासिल किया और इनकी मदद से डोनाल्ड ट्रंप को जिताने के लिए काम किया. हालांकि कंपनी इस आरोप से इंकार कर रही है. स्टिंग में कंपनी के शीर्ष अधिकारियों ने यह स्वीकार किया कि वे अपने क्लाइंट के विरोधी उम्मीदवारों की छवि खराब करने के लिए घूसखोरी और हनीट्रैप का भी सहारा लेते हैं.
यूपी में राज बब्बर की जगह होगा इनमे से कोई
एक साल पूर्ण होने पर टीम योगी ने गिनाई उपलब्धियां