नई दिल्ली: पड़ोसी देश नेपाल ने जिस तरह से हाल के महीनों में विरोधी रुख दिखाने लगा है वह भारतीय कूटनीति के लिए एक नई परेशानी पैदा हो गई है. नेपाल के साथ रिश्तों की स्थिति को पहले जैसा बनाने के लिए और प्रधानमंत्री KP शर्मा ओली की तल्खी को दूर करने की प्रयास विदेश विभाग ने विभिन्न स्तरों पर शुरु कर दी है.
भारतीय राजदूत क्वात्रा की नेपाल के विदेश सचिव बैरागी से जल्द होगी मुलाकात: आने वाले सोमवार को भारतीय राजदूत विनय क्वात्रा की नेपाल के विदेश सचिव शंकर बैरागी से मीटिंग का समय फिक्स हो गया है. वैसे यह मुलाकात आधिकारिक तौर पर भारत की सहायता से नेपाल में चलाये जा रहे विकास परियोजनाओं के संदर्भ में है, लेकिन द्विपक्षीय सहयोग के दूसरे मामलों पर भी बात होना जरुरी है. इस मुलाकात के अलावा भारतीय विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला के साथ भी नेपाल के विदेश सचिव को लेकर बातचीत कर रहे है. जो इस बैठक के आस पास बुलाई जा रही है.
भारत और नेपाल के बीच द्विपक्षीय रिश्तों की समीक्षा को लेकर 17 अगस्त को होगी बैठक: नेपाल की तरफ से हिन्दुस्तान के तीन हिस्सों को अपने भौगोलिक क्षेत्र में शामिल करने संबंधी निर्णय के उपरांत यह पहला अवसर होगा जब दोनों देशों के मध्य विदेश विभाग के स्तर पर बात होगी. विदेश विभाग के सूत्रों ने बताया कि 17 अगस्त, 2020 को द्विपक्षीय रिश्तों की समीक्षा को लेकर बैठक आयोजन होने वाली है. जिसमें विकास कार्यो की प्रगति का लेखा जोखा किया जाने वाला है. यह बैठक वर्ष 2016 से एक निश्चित अंतराल किया जा रहा है. अब जबकि भारत की सहायता से नेपाल में कई तरह के विकास कार्यक्रम चल रहे हैं तो इस बैठक का महत्व बढ़ता जा रहा है.
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