NSG में शामिल होने के लिए भारत को NTP पर साइन करना ही होगा
NSG में शामिल होने के लिए भारत को NTP पर साइन करना ही होगा
Share:

बीजिंग : चीन लंबे समय से भारत की एनएसजी सदस्यता की राह में रोड़ा बना हुआ है। चीन बार-बार भारत को न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (एनएसजी) में शामिल होने के लिए नॉन प्रोलिफरेशन ट्रीटी (एनपीटी) साइन करने को कह रहा है। जिस पर भारत ने भी साफ कर दिया है कि वो एनपीटी साइन नहीं करेगा।

गुरुवार को चीन ने कहा कि भारत को खुद को एनपीटी के खिलाफ नहीं रखना चाहिए और ना ही भारत खुद को एनपीटी के खिलाफ रख सकता है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग का कहना है कि हमारे एनएसजी मेंबर में गैर एनपीटी देशों को शामिल किए जाने पर पहले ही अपना रुख साफ क र दिया है।

लु विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के उस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होने कहा था कि भारत एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं करेगा। उन्होने कहा कि यह स्पष्ट करना आवश्यक है कि नए सदस्यों की एंट्री के लिए नियम चीन नहीं बनाता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने काफी समय पहले ही यह आमराय बना लिया था कि एनपीटी अंतरराष्ट्रीय अप्रसार व्यवस्था की एनपीटी बुनियाद है।

किसी देश को खुद को एनपीटी के खिलाफ नहीं रखना चाहिए या वह खुद को इसके खिलाफ नहीं रख सकता। लु ने अपनी टिप्पणी में कहा कि एनपीटी पर चीन के रुख में कोई बदलाव नहीं आएगा और इसी कारण एनएसजी में शामिल होने की इच्छा रखने वाले देशों को एनपीटी पर साइन करना ही होगा।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -