style="text-align: justify;">भोपाल : व्यावसायिक परीक्षामंडल घोटाले को लेकर प्रदेश में राजनीतिक भूचाल आ गया। व्यापमं
की आंच अभी भी राजनेताओं के दामन को छू रही है। जिस कारण प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई
है। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा पेश की गई एक्सेल षीट गलत साबित होने के बाद कांग्रेस को हाईकोर्ट की फटकार भी सुननी पड़ी है। दूसरी ओर मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तेवर तीखे हो गए हैं।
भाजपा का दामन साफ हो जाने के बाद अब वे राजनीति की दंगल में कांग्रेस को पटखनी देने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा की छवि खराब करने का प्रयास किया दूसरी ओर जांच को दूसरी ओर भटकाने का आरोप भी उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पर लगायां उन्होंने कहा कि दस्तावेज के अभाव में उन्होंने भाजपा पर बेबुनियाद आरोप लगाए।
उन्होंने कांग्रेस की इस तरह की कारगुजारी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी पत्र लिखने की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि व्यावसायिक परीक्षामंडल के तहत की जाने वाली नियुक्तियों और तकनीकी और मेडिकल काॅलेजों में एडमिशन प्रक्रिया में काफी धांधली की बात सामने आई है। इस पर गठित की गई जांच समिति के सामने एक एक्सेल शीट का प्रस्तुतिकरण किया गया। जिसमें कुछ आदेश मुख्यमंत्री के नाम से जारी होने की बात कहकर कांग्रेस ने सरकार की मुश्किल कर दी लेकिन भाजपा की शिवराजसिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया।