अक्सर महिलाएं अपने स्तन के आकार को लेकर चिंतित रहती हैं. एक तरफ जहाँ छोटे आकार के स्तन होने से महिलाओं में हीन भावना और कुंठा पैदा हो जाती है तो दूसरी तरफ बहुत बड़े आकार के स्तन भी महिला के सौंदर्य को बिगाड़ देते हैं और कई तरह की समस्याएं उत्पन्न करते हैं.
कॉस्मेटिक सर्जरी में सिलिकन अथवा पानी भरे इमप्लांट के इस्तेमाल से छोटे स्तन को मनचाहा आकार दिया जा सकता है. इससे न तो स्तन की स्वाभाविकता नष्ट होती है और न ही उस स्तन से बच्चे को दूध पिलाने में कोई दिक्कत होती है. स्तन के आकार को अपेक्षाकृत छोटा करने के लिए ऑपरेशन की सहायता ली जाती है. ऑपरेशन से स्तन में से अतिरिक्त वसा और त्वचा को निकाल दिया जाता है. कभी-कभी बड़े स्तन को छोटा करने के लिए दुग्ध नलिका को काटना पड़ता है.
इस कारण माँ बनने के बाद ही स्तन के आकार को छोटा कराना चाहिए. इसके अलावा उम्र वृद्धि या मां बनने के बाद ढीले पड़ चुके लटके स्तन को भी कसा जा सकता है. कॉस्मेटिक सर्जरी से ढीले स्तनों को जवानी के दिनों की तरह के कसे हुए स्तन के समान बनाया जा सकता है.