मिली जानकारी के मुताबिक़ बताया जा रहा है की शिक्षा के क्षेत्र में आगे प्रगति करने और आगे बढ़ने के लिए सार्क देशों के छात्रों को अब बीटेक की तर्ज पर ही एमबीए में भी दाखिला मिलेगा. बताया जा रहा है की जिन नियमों और निर्देशों का प्रयोग बीटेक के लिए किया जाता था उसी तरह अब एमबीए में पढाई करने के लिए यह कदम उठाया गया है. यह नया नियम जल्द ही आईआईटी लागू कर सकता है.
सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की संस्थान ने यह फैसला भी किया है कि सार्क देशों के छात्रों को आधी फीस पर आईआईएम में दाखिला मिलेगा. इससे उनकी एक बड़ी समस्या का समाधान होगा. साथ ही साथ फीस की वजह से बहुत से लोग पढ़ाई करने से पीछे हट जाते है. तो अब वे भी आगे होगें.और शिक्षा प्राप्त कर अपने भविष्य को उज्जवल बनाएगें .
नए नियम के तहत सार्क देशों के छात्रों को फीस में एक हजार यूएस डॉलर देने होंगे. जबकि दूसरे देशों के छात्रों को 2,000 अमेरिकी डॉलर देने होते हैं. बता दें कि इससे पहले सार्क देशों के इंजीनियरिंग छात्रों को फीस में 50 फीसदी छूट दी जा चुकी है.
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