यह तो आप भी जानते होगें की विभिन्न तरह के गुड्स (माल) को उसके कंज्यूमर तक सुरक्षित और समय पर पहुँचाने की व्यवस्था डिलीवरी से जुड़ी कंपनी के लॉजिस्टिक मैनेजर की होती है.ई-कॉमर्स कंपनियों के बढ़ते कारोबार के चलते लॉजिस्टिक्स में करियर के नए-नए आॅप्शन सामने आ रहे हैं. चल रहे इस दौर पर आपने भी बहुत सी ऐसी कंपनी देखी और उसने अपना आर्डर भी बुक किया होगा.आज का यह युग ई-कॉमर्स से ज्यादा जुड़ा हुआ है घर बैठे ही लोग डिलेवरी लेते है .
कम्युनिकेशन स्किल और मेहनत
विगत कुछ वर्षों में ई-कॉमर्स कंपनियां भरपूर बिजनेस कर रही हैं.इस बिजनेस में लॉजिस्टिक कंपनियों की भूमिका नजरअंदाज नहीं की जा सकती.जबसे इंटरनेट के संसार में ई-कॉमर्स कंपनियों ने लोगों के बीच पैठ बनाई है, कई अन्य क्षेत्र भी रोजगार के लिए खुल गए हैं. इनमें लॉजिस्टिक और डिलीवरी का क्षेत्र सबसे अहम है. भारत की विशाल आबादी और ई-कॉमर्स कंपनियों के तेज विकास के कारण यह क्षेत्र तीव्र विकास कर रहा है.अगर विभिन्न संसाधनों की आपूर्ति और वितरण की व्यवस्था सुव्यवस्थित तरीके से नहीं हो तो आर्थिक विकास का ढांचा अस्त-व्यस्त हो सकता है. ऐसा न हो इसके लिए सही तरीके से और सही समय पर पिकअप और डिलीवरी की व्यवस्था जरूरी है.अभी भारत में लॉजिस्टिक इंडस्ट्री 130 अरब से ज्यादा की आंकी गई है.
लॉजिस्टिक का क्षेत्र है विस्तृत
लॉजिस्टिक का क्षेत्र काफी विस्तृत है.इसके अंतर्गत प्रोफेशनल पैकेजिंग से लेकर सप्लाइ्र चेन मैनेजमेंट तक आता है. वेयर हाउसिंग सिस्टम, डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम भी इसके हिस्से हैं. यहां काम करने वाले प्रोफेशनल को इन सारे कार्यों की जानकारी होनी चाहिए.इसके अलावा लेबर मैनेजमेंट,कस्टमर को-आॅर्डिनेशन, पर्चेजिंग जैसे क्षेत्र भी लॉजिस्टिक के अंतर्गत आते हैं.