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नई दिल्ली : हाल ही में जंतर-मंतर पर किसान की आत्महत्या को लेकर मामला गंभीर होता नजर आ रहा है. कहीं उसे एक साजिश बताया जा रहा है और कहीं यह बताया जा रहा है इसके पीछे कोई बहुत ही बड़ी वजह भी हो सकती है, इसी मामले से जुड़कर एक खत भी सामने आया था जिसे लेकर यह भी कहा गया था कि यह खत किसान ( गजेन्द्र सिंह ) ने ही लिखा था. जबकि उसके परिवार का यह कहना था कि यह लिखावट किसान की नहीं है.
वहीँ किसान की मौत पर अरविन्द केजरीवाल ने यह बयान दिया है कि हमें यह पता था कि कोई पेड़ पर है लेकिन हम यह नहीं देख पा रहे थे कि पेड़ पर हो क्या रहा है क्योकि पेड़ से हमारे दुरी कुछ ज्यादा थी और इस कारण हम यह नहीं समझ पाये कि वह आत्महत्या करने की कोशिश कर रहा था. लेकिन उसकी आवाज के बाद हम लगातार यह बात बताते जा रहे थे कि कोई पेड़ पर चढ़ रहा है और पुलिस को भी बार बार यह बात कह रहे थे कि कोई उस व्यक्ति को पेड़ से निचे उतरने में मदद करे. केजरीवाल का यह भी कहना है कि किसान आत्महत्या कर रहे है और लोग इस बात पर चर्चा कर रहे है जबकि अभी सबको यह देखना चाहिए कि एक किसान फिर से मर गया है.
केजरीवाल ने यह भी कहा है कि जो भी व्यक्ति इसके लिए जिम्मेदार है उसे भी इसकी सजा दी जानी चाहिए और पुलिस के द्वारा भी इस बात की जाँच की जा रही है . जाँच में जो भी व्यक्ति दोषी पाया जाता है उसे सजा जरूर दी जाएगी केजरीवाल का यह भी कहना है कि कुमार विश्वास भाषण दे रहे थे और उस व्यक्ति को पेड़ से चिल्लाते हुए देख रहे थे और बार बार यह बात कहते जा रहे थे कि उस व्यक्ति को पेड़ से निचे उतारा जाना चाहिए. उनका कहना है मैं खुद भी वही मौजूद था और वह व्यक्ति हमसे बहुत दुरी पर था इस कारण हम इस मामले को इतना अच्छे से समझ नहीं पाए. केजरीवाल का यह भी कहना है कि अगर इस मामले में मैं दोषी पाया जाता हुँ तो मुझे भी फांसी दी जानी चाहिए या फिर जो भी व्यक्ति इसके लिए दोषी पाया जाता है उसे फांसी दी जानी चाहिए.